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हिमाचलः पीडब्ल्यूडी के इलेक्ट्रिसिटी विंग में 19 लाख का घोटाला, जूनियर असिस्टेंट गिरफ्तार
ऊना। हिमाचल (Himachal) में 19 लाख का घोटाला सामने आया है। विजिलेंस ने इस आरोप में जूनियर असिस्टेंट को गिरफ्तार किया है। यह मामला लोक निर्माण विभाग (PWD) के ऊना स्थित विद्युत मंडल के अधिशासी कार्यालय का है। स्टेट विजिलेंस और एंटी क्रप्शन ब्यूरो (State Vigilance and Anti Corruption Bureau) की जिला टीम ने आरोपी राकेश सिंह के खिलाफ 21 जनवरी को धोखाधड़ी का केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की थी। वहीं, इस मामले की जांच में विभाग के ही कुछ पूर्व अधिशासी अभियंता पर भी विजिलेंस (Vigilance) द्वारा विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश की गई थी। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो के ऊना (Una) स्थित डीएसपी अनिल मेहता ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि विजिलेंस ने आरंभिक जांच के बाद आरोपी राकेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया है,
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जिसे बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि पीडब्ल्यूडी के इलेक्ट्रिसिटी सर्किल के अधिशासी अभियंता मनीष भूप्पल ने विजिलेंस विभाग को दी शिकायत में बताया था कि उनके कार्यालय में कार्यरत कनिष्ट सहायक राकेश सिंह ने वित्त वर्ष 2019-20 में अधिशासी अभियंताओं को गुमराह करते हुए अपने भविष्य निधि खाते में पैसे न होते हुए भी अग्रिम प्रत्यहरण (एडवांस विथडरॉलद) करते हुए 6 निकासियों में करीब 19 लाख रुपए के सरकारी फंड की हेराफेरी करते हुए दुरुपयोग किया है। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा मामले के मास्टरमाइंड आरोपी राकेश सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 और 201 के तहत केस दर्ज किया गया था।
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