-
Advertisement
आज मनाया जाएगा दशहरा, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि
मां दुर्गा के शारदीय नवरात्र (Navratri) कल खत्म हो चुके हैं। हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है। इस साल दशहरा (Dussehra) आज मनाया जा रहा है। हालांकि, दशमी तिथि बीते कल यानी 4 अक्टूबर की दोपहर से ही शुरू हो गई है, लेकिन उदया तिथि के अनुसार दशहरा आज मनाया जाएगा।
बता दें कि आज के दिन भगवान राम ने अहंकारी रावण का वध करके माता सीता को मुक्त करवाया था। इसी के चलते आज के दिन जगह-जगह पर रावण दहन किया जाएगा। इसके अलावा आज के दिन अस्त्र-शस्त्र और वाहनों की पूजा भी की जाएगी।
यह भी पढ़ेंः दशहरे के दिन करेंगे ये उपाय तो जीवन में आएगी सुख-शांति, ऐसे करें प्रायश्चित
पूजा के लिए माना जाता है शुभ
ध्यान रहे कि इस साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि बीते कल दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से शुरू हो चुकी है। ये दशमी तिथि आज दोपहर 12 बजे तक रहेगी। इसलिए उदया तिथि के अनुसार दशहरा आज मनाया जाएगा। वहीं, कल रात 10 बजकर 51 मिनट से श्रवण नक्षत्र शुरू हो चुका है, जो कि आज रात 09 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। ये नक्षत्र पूजा के लिए शुभ माना जाता है।
पूजा का शुभ मुहूर्त और योग
शास्त्रों के अनुसार, विजय मुहूर्त आज दोपहर 2 बजकर 13 मिनट से 2 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। जबकि, अमृत काल आज सुबह 11 बजकर 33 से लेकर दोपहर 1 बजकर 2 मिनट तक रहेगा और दुर्मुहूर्त आज सुबह 11 बजकर 51 मिनट से लेकर 12 बजकर 38 मिनट तक रहेगा।
ये है पूजन विधि
ध्यान रहे कि आज के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके गेहूं या फिर चूने से दशहरा की प्रतिमा बनाएं। इसके बाद फिर गाय के गोबर से नौ कंडे या उपले बनाएं और उन पर जौ और दही लगाएं। इसके बाद फिर गोबर से दो कटोरी बनाएं और इनमें से एक में सिक्के और दूसरी में रोली, चावल, फल, फूल, और जौ डाल दें। फिर गोबर से बनाई प्रतिमा पर केले, मूली, ग्वार फली, गुड़ और चावल चढ़ाएं और धूप-दीप दिखाएं। इसके बाद ब्राह्मणों और निर्धनों को भोजन कराकर दान देकर रात में रावण दहन करके बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लें।