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लाहुल लैंडस्लाइड: इंसानी जान का अब तक नुकसान नहीं, 5 मवेशियों की मौत, कई हेक्टेयर फसल बर्बाद
लाहुल-स्पीति। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के लिए बारिश मुसिबत बनकर बरस रही है। सूबे के जनजातीय जिले लाहुल-स्पीति के उदयपुर उपमंडल के नालडा के सामने पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूट कर गिर गया। जिससे नदी का बहाव रूक गया। साथ ही कई गांवों के लिए खतरे की घंटी बज गई। चंद्रभागा नदी का बहाव रूकने से जूंडा, तडंग और जसरथ गांव की सैकड़ों बीघा जमीन फसल के साथ जलमग्न हो गई है। सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 52 रुपए की लागत की फसल इस बाढ़ में बर्बाद हो गई। वहीं, अभी तक 2 मवेशियों की जान भी इस आपदा में गई है।
वहीं, 5 गौशालाओं को भी बाढ़ की वजह से नुकसान हुआ है। हालांकि, अभी तक किसी इंसानी जान के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है। बता दें कि बाढ़ के खतरे को देखते हुए जसरथ और तंडग गांव के लोग अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर भाग गए। बताया जाता है कि स्थिति अभी भी सामान्य नहीं हुई है। जसरथ गांव अभी भी खतरे की जद में है। वहीं, हालात का जायजा लेने के मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, डीजीपी संजय कुंडू, तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा मौके पर पहुंच गए हैं। मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने हेलीकॉप्टर से भूस्खलन साइट का हवाई निरीक्षण किया। इसके बाद वे बारिंग हेलीपैड पर उतरे।
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