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प्राकृतिक आपदा और बंद सड़कों ने फीका किया राखी का बाजार; कारोबारी मायूस
शिमला। भाई-बहन के पवित्र त्योहार रक्षा बंधन के पावन पर्व के लिए शिमला के बाजार (Market in Shimla) रंग-बिरंगी राखियों से सजे बैठे हैं। लेकिन गुरुवार को मनाए जाने वाले इस बड़े पर्व के लिए दुकानदारों को खरीदार नहीं मिल रहे हैं। हिमाचल पर आफत बनकर बरसी प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) और सड़कों के बंद (Road Block) होने का असर बाजार पर भी नजर आ रहा है। बाजार में रौनक नहीं है तो कारोबारी भी मायूस हैं।
कई सड़के बंद होने की वजह से ग्राहक कम ही बाजार में पहुंच रहे हैं। बाजारों में पहले जिस तरह की रौनक रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) पर होती थी, वह इस बार नजर नही आ रही है। ऐसे में स्थानीय कारोबारी खासे परेशान हैं। पर्यटन कारोबार पहले ही ठप्प पड़ा है। अब त्योहारी सीजन में भी बाजारों से रौनक गायब होने से कारोबारियों पर दोहरी मार पड़ी है।
ठंडा पड़ा है लोअर बाजार
शिमला के लोअर बाजार में राखी की दुकान लगाने वाले कारोबारियों का कहना है कि बीते साल के मुकाबले इस साल बाजार काफी ठंडा पड़ा हुआ है। राखी खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या नाममात्र की है। उनका कहना है कि आपदा की वजह से लोग बाजारों तक नही पहुंच पा रहे हैं। पहले के मुकाबले इस बार कारोबार काफी कम है।
लेकिन बहनों के चेहरे पर रौनक
बाजार में अपने भाइयों के लिए राखी खरीदने आई बहनों के चेहरे पर रौनक नजर आई। महिलाओं का कहना है कि यह एकमात्र त्यौहार है, जब वे अपनी कोई पसंद की चीज भाई को देती हैं। बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी प्रगति और सुरक्षा की कामना करती हैं।
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