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हिमाचल: शहीद मेजर अनुज सूद मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित, पिता की बात आपको भावुक कर देगी
नई दिल्ली। हिमाचल के वीर सपूत शहीद मेजर अनुज सूद को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उन्हें अद्मय साहस , युद्ध कौशल व रणनीति सूझबूझ के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी।
बता दें कि 17 दिसंबर 1989 को कर्नाटक के बेंगलुरू में पैदा हुए अनुज सूद ने मई 2018 में नेशनल डिफेंस अकैडमी (एनडीए) खड़गवासला में प्रवेश लिया था। उन्होंने 9 जून 2012 को भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से कमीशन प्राप्त किया था। उनका संबंध हिमचाल के कांगड़ा जिले के देहरा से था।
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बता दें कि मेजर सूद का चयन आईआईटी में हो गया था, लेकिन उन्होंने आईआईटी के बजाए एनडीए को चुना। यहीं से उनकी शौर्य की अदभुत कहानी की शुरूआत हुई। शहादत के बाद उनके पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद बेटे को याद करते हुए कहा था कि उनके बेटे ने अपना फर्ज निभाया है। उन्होंने एक चैनल से बात करते हुए कहा, ”उसे 22 मार्च को आना था मगर लॉकडाउन की वजह से छुट्टी कैंसिल हो गई।
3 मई को उसकी फ्रेश लीव लगी थी, उसे घर आना था। वीर सैनिक जो शहीद होते हैं। खून बहाने से बड़ा योगदान तो कोई नहीं दे सकता।” उन्होंने कहा, “ये तो उनके बेटे का कर्तव्य था, जो उन्होंने निभाया। उनका काम ही था कि वो लोगों की जान बचाएं।” गौरतलब है कि मेजर अनुज सूद की शादी 2 साल पहले हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा की रहने वाली आकृति से हुई थी। उनकी पत्नी पुणे में एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं।