-
Advertisement
12 साल से काम रही मिड डे मील वर्कर को हटाया, जमकर मचा बवाल
Last Updated on August 17, 2021 by Sintu Kumar
नाहन। सिरमौर (Sirmour) जिले के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले माध्यमिक पाठशाला घेंडो में मिड डे मील वर्कर (Mid Day Meal Worker) को हटाने पर बवाल खड़ा हो गया है। सीटू (Citu) ने आज मिड डे मील वर्कर के समर्थन में उतर कर जिला प्रारंभिक उपनिदेशक कार्यालय का घेराव किया। कार्यालय घेराव के दौरान सीटू कार्यकर्ताओं व मिड डे मील वर्कर समर्थकों ने स्कूल प्रबंधन व शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप है कि मनमाना रवैया अपनाते हुए स्कूल में पिछले 12 वर्षों से बतौर मिड डे मील वर्कर काम कर रही शांता देवी को हटाया गया है।
बिना सूचना नौकरी से निकाला
सीटू के जिला कोषाध्यक्ष आशीष कुमार (Ashish Kumar) ने बताया कि मिड डे मील वर्कर को बिना किसी सूचना के निकाल दिया गया है। उसके बदले यहां दूसरे वर्कर को नियुक्त किया गया है। सीटू ने सवाल उठाया कि आखिर किन नियमों के तहत 12 सालों से काम कर रही महिला को स्कूल से हटाया गया। सीटू ने आरोप लगाया कि एसएमसी प्रधान ने अपनी कुछ गलतियों को छिपाने के लिए मिड डे मील वर्कर को निकाला है। साथ ही यहां शिक्षकों द्वारा भी महिला को प्रताड़ित किया जाता था। सीटू ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर मिड डे मील वर्कर की सेवाओं को बहाल नहीं किया गया, तो सिरमौर जिले के मिड डे मील वर्कर जिला उपनिदेशक कार्यालय व शिमला स्थित निदेशक कार्यालय का भी घेराव करेंगे।
यह भी पढ़ें: एचपीयू में हंगामाः एसएफआई ने किया वीसी का घेराव, सुरक्षा कर्मियों के साथ धक्कामुक्की
चतुर्थ श्रेणी का करवाया गया काम
वहीं, इस बारे में मिड डे मील वर्कर शांता देवी का कहना है कि स्कूली अध्यापकों द्वारा उनसे काम भी करवाया गया और अब उनको हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्कूल बुलाकर उनसे खेल का मैदान साफ करवाया गया। साथ ही झाड़ियां काटने को कहा गया, जबकि यह कार्य स्कूल में नियुक्त चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का है। उन्होंने जल्द शिक्षा विभाग (Education Department) से अपनी बहाली की मांग की। इधर एचआरटीसी (Hrtc) की नाहन स्थित कर्मशाला परिसर के पीस मिल कर्मचारियों ने भी हड़ताल शुरू कर दी है।
पीस मील कर्मचारियों ने की हड़ताल
वहीं, हिमाचल पथ परिवहन निगम की नाहन स्थित कर्मशाला परिसर में पीस मील कर्मचारी मंच के बैनर तले कर्मचारी टूल डाउन हड़ताल पर बैठ गए हैं। कर्मशाला परिसर में धरने पर बैठे पीस मील कर्मचारियों (peace meal worker) की यह टूल डाउन हड़ताल (tool Down Protest) आगामी 26 अगस्त तक चलेगी। मीडिया से बात करते हुए पीस मील कर्मचारी मांच नाहन इकाई के अध्यक्ष जगदीश चंद ने बताया कि टूल डाउन हड़ताल का कर्मचारियों को भी बेहद दुख है, क्योंकि इससे एचआरटीसी को भी नुक्सान उठाना पड़ेगा, लेकिन उनकी मांगों पर सरकार व निगम प्रबंधन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। मजबूरन कर्मचारियों को यह कदम उठाना पड़ रहा है।
सुंदरनगर में भी हड़ताल
वहीं, हिमाचल पथ परिवहन निगम पीस मील कर्मचारी संघ सुंदरनगर की टूल डाउन (Tool Down) स्ट्राइक शुरू कर दी है। कर्मचारियों ने सरकार और एचआरटीसी प्रबंधन को 15 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन संघ की मांगों के ऊपर कोई भी सुनवाई नहीं की है। इसके चलते अब आगामी 10 दिनों तक पीसमील कर्मचारी टूल डाउन स्ट्राइक पर कार्य नहीं करेंगे।
यह भी पढ़ें:हिमाचल में वाटर स्पोर्ट्स को मिली हरी झंडी, पर्यटक ले सकेंगे एडवेंचर स्पोर्ट्स के मजे
बैच रेगूलर करवाने की मांग पर अड़े कर्मचारी
जगदीश चंद ने कहा कि पीस मील कर्मचारियों 5 से 6 वर्ष की पॉलिसी के आधार पर संबंधित कर्मचारियों को अनुबंध पर लिया जाता है। इससे पहले के 4 बेच रेगुलर हो चुके हैं। मगर 2017 के बाद कोई भी बेच सरकार द्वारा रेगुलर नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के हित की इस लड़ाई में कई कर्मचारियों ने अपने शरीर के कई अंग गवाएं है। साथ ही कई साथियों की मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद भी सरकार 5 से 6 सालों वाली पॉलिसी को नहीं मान रही है। उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए उन्होंने 17 अगस्त से लेकर 26 अगस्त तक धरना देने का निर्णय लिया है, जिसके तहत टूल डाउन हड़ताल शुरू की गई है। उन्होंने सरकार कर्मचारियों की मांग पूरा करने का अनुरोध किया है। पीस मील कर्मचारी मंच ने यह भी साफ किया कि जब तक कर्मचारियों की मांग को सरकार पूरा नहीं करती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।