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Baddi Fire: रेस्क्यू ऑपरेशन फिर शुरू, लापता मजदूरों के परिजनों ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
रविंद्र /सोलन। सोलन जिले के बद्दी में केमिकल फैक्ट्री (Chemical Factory) में 3 दिन पहले लगी भीषण आग (Devastating Fire) के बाद रविवार को NDRF ने लापता लोगों की तलाश में नए सिरे से रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) शुरू किया है। इस हादसे में 5 लोगों की मौत हुई है। फैक्ट्री में अभी भी दो दर्जन लोग लापता (Missing) हैं। NDRF को उम्मीद है कि ये लोग बिल्डिंग के किसी कोने में होंगे। इस बीच, लापता लोगों के परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रशासन के रवैये पर भी गुस्सा जताया है।
प्रशासन का दावा है कि लापता लोगों की संख्या केवल 4 है। इस मामले की जांच के लिए एडिशनल एसपी अशोक वर्मा, DSP खजाना राम, बरोटीवाला के SHO संजय शर्मा की एसआईटी (SIT) बनाई गई है। सोलन के डीसी ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच (Magisterial Enquiry) के आदेश दिए हैं। सोलन के ADC अजय यादव इसकी जांच करेंगे। उन्हें एक महीने के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट देनी होगी। रविवार को आग का जायजा लेने फोरेंसिक विभाग (Forensic Department ) हिमाचल की टीम पहुंच चुकी है।
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फोरेंसिक टीम को अभी फैक्ट्री के भीतर जाने में समय लगेगा, क्योंकि भीतर जहरीली गैसों का खतरा है। फैक्ट्री के भीतर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड के लोग हैं। शनिवार को आग बुझने के बाद एनडीआरएफ को बिल्डिंग के गिरने का खतरा देखकर भीतर जाने में दिक्कत हुई थी।
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फोरेंसिक टीम की है अहम भूमिका
हिमाचल सरकार की फोरेंसिक टीम जब फैक्ट्री के भीतरी जाएगी, तब वह डीएनए सैंपल (DNA Samples) इकट्ठा करेगी। साथ में आग लगने के कारणों की भी जांच करेगी। इसकी रिपोर्ट आने में करीब 2 हफ्ते लगेंगे। पुलिस ने प्लांट हेड चंद्र शेखर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है, जहां से 4 दिन के रिमांड पर लिया गया है।
सुपरवाइजर ने आग लगने के बाद बंद किए गेट
इस बीच मजदूरों के परिजनों ने जिला प्रशासन के इस दावे को खारिज कर दिया है कि फैक्ट्री में अभी केवल 4 मजदूर ही फंसे हैं। उनका दावा है कि दो दर्जन से अधिक मजदूर फैक्ट्री में फंसे हो सकते हैं। फैक्ट्री में अधिकांश मजदूर यूपी-बिहार (Laborers From UP and Bihar) के हैं। उन्होंने फैक्ट्री के सुपरवाइजर पर आग लगने के बाद गेट बंद करने का आरोप भी लगाया है। परिजनों ने लापता मजदूरों को जल्द खोजने की गुहार प्रशासन से लगाई है। उनका कहना है कि अगर यह काम जल्दी पूरा नहीं किया गया तो उन्हें मजबूरन प्रदर्शन करना पड़ेगा।