By-Elections BJP Headache : धर्मशाला। हिमाचल की सियासत इस मर्तबा लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections) में पूरी तरह बदली हुई नजर आ रही है। मसला विधानसभा के छह उपचुनाव (By-Elections) का भी साथ जुड़ा हुआ है। सिरदर्द कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी (BJP) का है। इसके चलते ही कांग्रेस फूंक-फूंक कदम रख रही है। बीजेपी द्वारा बागियों और निर्दलीयों को गले लगाने के बाद हालात भगवा पार्टी के बदले हुए हैं। ऊना से लेकर हमीरपुर, कांगड़ा से लेकर लाहुल-स्पीति में पार्टी नेताओं को बगावत के बाद अब अंदरूनी मार का डर सता रहा है। उधर, कांग्रेस (Congress) में अभी कैंडिडेट को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
वीरेंद्र कंवर अभी भी बड़ी चुनौती
बीजेपी के लिए अभी भी
कुटलैहड़ में बड़ी चुनौती वीरेंद्र कंवर को मनाने की है। कांग्रेस से बगावत कर आए देवेंद्र भुट्टो को टिकट देने से वीरेंद्र नाराज हैं। कांग्रेस में विवेक शर्मा, देशराज मोदगिल व देशराज गौतम टिकट की दौड़ में बने हुए हैं। ये अलग बात है कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) व डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री (Deputy CM Mukesh Agnihotri) जनसभाओं में विवेक शर्मा के नाम का इशारा कर चुके हैं। लेकिन
मुकेश अग्निहोत्री के यहां डबल प्ले से गेम गड़बड़ा रही है।
धर्मशाला में किशन, नैहरिया को साधना आसान नहीं
धर्मशाला में भी बीजेपी के लिए राह आसान रहने वाली नहीं है। सुधीर को टिकट देने पर विरोध शुरू से ही हो रहा है। राकेश चौधरी बीजेपी से इस्तीफा दे चुके हैं।
सांसद किशन कपूर (BJP. MP Kishan Kapoor) बागी तेवर अपनाए हुए हैं। सुधीर के खिलाफ चुनाव लड़ चुके किशन कपूर, विशाल नैहरिया को साधना आसान नहीं दिख रहा है। वहीं कांग्रेस की बात करे तो पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी व विजय कर्ण टिकट की दौड़ में है।
राजेश ठाकुर की चुप्पी पर सवाल
गगरेट में
कांग्रेस के बागी चैतन्य शर्मा को टिकट देने पर पूर्व विधायक राकेश कालिया बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। पूर्व विधायक राजेश ठाकुर भी चुप्पी साधे हुए हैं। भितरघात की आशंका पार्टी को परेशान कर रही है। बड़सर विस क्षेत्र में इंद्रदत्त लखनपाल के लिए बीजेपी में दोहरी चुनौती है। यहां पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के करीबी पूर्व विधायक बलदेव शर्मा को साधना और भाजपाइयों को एक सूत्र में पिरोना बडा टेढ़ा काम है। बीजेपी की गुटबाजी उनके लिए बड़ी चुनौती है।
सुजानपुर में परेशानी
सुजानपुर में
बीजेपी कैंडिडेट राजेंद्र राणा के सामने 2022 के प्रतिद्वंद्वी रहे कैप्टन रणजीत राणा चुनाव लडने का दम भर चुके हैं। पूर्व सीएम धूमल समर्थकों और मंडल बीजेपी का खुले दिल से राणा का समर्थन करना बड़े सवाल खड़े करता है। इसी तरह लाहुल-स्पीति में डॉ रामलाल मारकंडा (Lahaul-Spiti, Dr. Ramlal Markanda) कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को बीजेपी टिकट देने पर उखडे हुए हैं। उन्होंने उपचुनाव लड़ने का ऐलान भी कर रखा है। कांग्रेस की भी नजर उन पर है। ऐसे में उपचुनाव में बीजेपी के लिए अपनों को संभाल पाना टेढा काम दिख रहा है। अब देखना ये है कि कांग्रेस किन-किन को अपना कैंडिडेट बनाती है,उसके बाद आगे की स्थिति स्पष्ट होगी।
-रविंद्र चौधरी