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#Corona की नई स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर होगी वैक्सीन, संक्रमण के मामलों में आई कमी
कोरोना के नए स्ट्रेन के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि नए स्ट्रेन के चलते ब्रिटेन ( Britain) के लिए उड़ानों पर लगी अस्थायी रोक आगे बढ़ सकती है। इसके अलावा देश में कोरोना ( Corona)के ताजा हालत पर भी जानकारी दी गई। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर विजय राघवन( Principal Scientific Advisor Professor Vijay Raghavan) ने मंगलवार को कहा कि ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में सामने आए कोरोना के नए प्रकार पर भी टीकों का असर होगा। अभी इस तरह के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं जो यह बताएं कि कोरोना के नए प्रकार पर ये टीके कारगर नहीं हैं। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि यह जरूरी है कि हम वायरस पर ज्यादा प्रतिरोधी दबाव न डालें। हमें उपचार का बुद्धिमानी पूर्वक इस्तेमाल करना होगा।
There is no evidence that current vaccines will fail to protect against #COVID19 variants reported from UK or SA#Vaccines will work against the reported new #variants of #SARSCoV2: @PrinSciAdvGoI pic.twitter.com/xxWvklLX6G
— PIB India (@PIB_India) December 29, 2020
राजेश भूषण ने कहा देश में कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या महज 2.7 लाख रह गई है और इसमें लगातार गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह देश में कोरोना वायरस संक्रमण की सकारात्मकता दर (पॉजिटिविटी रेट) केवल 2.25 प्रतिशत रही। कोरोना का सबसे ज्यादा 63 फीसदी असर पुरुषों पर देखने को मिला है। अब तक मिले कुल संक्रमितों में 63 फीसदी पुरुष संक्रमित हैं, जबकि 37 प्रतिशत महिलाएं हैं। उम्र के हिसाब से देखें तो आठ फीसदी मरीजों की उम्र 17 साल से कम है। 18 से 25 साल के 13 प्रतिशत, 26 से 44 साल के 39 प्रतिशत, 45 से 60 साल के 26 प्रतिशत और 60 साल से अधिक के 14 प्रतिशत लोग संक्रमित हुए हैं। राजेश भूषण ने जानकारी दी है कि देश में एक्टिव मामले लगातार घट रहे हैं, देश में फिलहाल एक्टिव केस 2,70,000 से कम हैं। वहीं देश में पॉजिटिविटी रेट 6 फीसदी है जबकि पिछले एक सप्ताह का पॉजिटिविटी रेट 2.25 प्रतिशत है। प्रति 10 लाख आबादी पर 7408 कोविड केस हैं। देश में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 107 मौतें दर्ज़ की गई हैं। भारत में प्रतिदिन नए मामले 17,000 से भी कम हो गए हैं। इस संख्या में लगातार गिरावट आ रही है।