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#Shimla:लिक्विड नाइट्रोजन प्लांट मामला: पशुपालन विभाग के पूर्व निदेशक के खिलाफ विभागीय जांच शुरू
शिमला। कांग्रेस कार्यकाल में लगाए गए लिक्विड नाइट्रोजन प्लांट (liquid nitrogen plant) मामले में प्रदेश सरकार ने पशुपालन विभाग (animal husbandry department ) के पूर्व निदेशक के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लगाए गए लिक्विड नाइट्रोजन प्लांट लगाए गए थे जो अब खराब हो चुके हैं। विभाग ने जिस कंपनी से इस प्लांट को लगाया था उस कंपनी से वारंटी लेना भूल गई थी जिसके चलते अब इन खराब प्लांट को ठीक करवाने में विभाग को मुशिकलों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि यह मामला पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही उजागर हो गया था और इस पर जांच भी शुरू कर दी थी। अब प्रदेश सरकार इस मामले की अपने स्तर पर जांच करवा रही है। पूर्व निदेशक(former director) के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई से पहले सरकार इस मामले की अपने स्तर पर पड़ताल करेगी।
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मामले की तह में जाने के लिए सरकार ने विभागीय जांच बिठाई है। प्रदेश सरकार यह जानना चाहती है कि कब यह प्लांट लगाए गए थे और कितने, और इसमें कितना खर्चा आया था। वहीं लगाए गए प्लांट (Plant) में अब कितने खराब पड़े हुए हैं। इससे विभाग को कितना नुकसान हुआ है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सरकार पूर्व निदेशक के खिलाफ कार्रवाई करेगी। पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर के अनुसार पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में विभाग में लिक्विड नाइट्रोजन प्लांट लगाए गए थेए जिनकी कंपनी से कोई वारंटी नहीं ली गई। पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में यह मामला उठाया गया थाए जिसकी विभागीय जांच बिठाई गई है। उन्होंने कहा कि विभागीय जांच आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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