-
Advertisement
जिंदगी के अंतिम क्षणों में लोगों की जान बचा गया चालक सोहन लाल, HRTC ने ऐसे दी श्रद्धांजलि
संजीव/ गोहर। मौत कब कैसे आ जाए कोई नहीं जान सकता। गोहर के नजदीक डडोह गांव के सोहनलाल उर्फ सोनू जो हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) में बतौर चालक था उसने अपनी जिंदगी के आखिरी क्षणों में भी लगभग 40 लोगों से भरी बस को ठिकाने पहुंचा दिया पर खुद अपनी जिंदगी की जंग हार गया। मंडी से सराची जा रही बस जब बागा चनोगी पहुंची तो सोहनलाल ने परिचालक से कहा कि बाजू में कुछ दर्द हो रहा है यहां पर चाय पी लें फिर आगे चलते हैं। जैसे ही सोहनलाल चालक सीट से नीचे उतरा उसकी टांगे लड़खड़ाने लगी। परिचालक उसे पकड़कर चाय की दुकान पर ले गया, उसकी बिगड़ती हालत को देखकर उसे साथ लगते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से उसे मंडी के लिए रेफर कर दिया। लेकिन होनी को कुछ और मंजूर थी। लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक पहुंचने से पहले सोहनलाल अपनी जिंदगी की जंग हार चुका था। सोहनलाल अपने पीछे तीन मासूम बेटियां पत्नी और माता-पिता छोड़कर गए। HRTC विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने आज सोहन लाल को श्रद्धांजलि देते हुए एचआरटीसी की बस को सजाकर उसके पार्थिव शरीर को गांव तक पहुंचाया।
परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दी जाएगी
गौरतलब है थुनाग से सराची का रास्ता पहाड़ी है। इस दौरान सोहन लाल को कुछ हो जाता तो बड़ा हादसा हो जाता। मगर चालक सोहनलाल ने अपनी सूझबूझ के चलते 40 लोगों की जिंदगी को बचा लिया। पूर्व सीएम जयराम ठाकुर,नाचन के विधायक विनोद कुमार, कांग्रेस प्रत्याशी रहे ठाकुर चेतराम जगदीश ठाकुर, हरीश ठाकुर ने सोहन लाल के निधन शोक व्यक्त किया है। क्षेत्रीय प्रबंधक पीयूष शर्मा ने कहा कि चालक सोहनलाल मिलनसार व मेहनती था। उसकी मौत से सभी दुःखी है व विभाग की तरफ से फौरी राहत के तौर पर परिवार को 20,000 रुपये व वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से 25000 की राशि दी गई हैं। संघ की तरफ से भी सहयोग राशि इकट्ठी की जा रही है। सरकार की तरफ से जो उनके परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दी जाएगी ,उसकी कार्रवाई नियमानुसार जल्दी शुरू कर दी जाएगी।
यह भी पढ़े:टाहलीवाल में पेड़ गिरने से चपेट में आए तीन बाइक सवार, एक की मौत, 2 घायल