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हवा में झूलता है इस मंदिर का खंभा, आज तक नहीं सुलझ पाया रहस्य
दुनिया में सबसे ज्यादा मंदिर भारत में हैं और भारत में हर मंदिर की अपनी एक अलग भूमिका और रोचक कहानी है। भारत में कई ऐसे मंदिर भी हैं, जो अपनी खूबसूरती के लिए विश्वभर में मशहूर हैं। वहीं, कुछ मंदिर ऐसे हैं जो अपने रहस्य और कहानियों के लिए मशहूर हैं। ऐसा ही एक रहस्यमयी मंदिर आंध्र प्रदेश में है, जिसका एक खंभा हवा में झूलता है।
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बता दें कि आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी (Lepakshi Temple) का रहस्य वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाए हैं। लेपाक्षी दक्षिणी आंध्र प्रदेश का एक छोटा-सा गांव है और यहां के लोगों का मानना है कि इस मंदिर से जुड़ी एक प्रसिद्ध कहानी है। लोगों इस गांव के नाम की रचना को रामायण से जोड़ते हैं। लोगों का कहना है कि यह गांव वो जगह है जहां हिंदू महाकाव्य रामायण में रावण द्वारा पराजित होने के बाद पक्षी जटायु गिर गए थे। जब भगवान राम ने पक्षी को देखा, तो उन्होंने कहा, लेपाक्षी जिसका तेलुगु भाषा में अर्थ है उदय, पक्षी।
लेपाक्षी मंदिर को हैंगिंग पिलर टेंपल (Hanging Pillar Temple) के नाम से जाना जाता है। लेपाक्षी मंदिर में 70 खंभे हैं और उनमें से एक खंभा ऐसा है जो जमीन से बिलकुल अलग है और वह हवा में लटका रहता है। ये खंभा जमी ने आधा इंच ऊपर उठा हुआ है। पर्यटक यहां आकर खंभे के नीचे कपड़ा लगाकर देखते हैं कि क्या ये सच में हवा में लटका हुआ है। बताया जाता है कि साल 1924 में एक ब्रिटिश इंजीनियर हैमिल्टन ने मंदिर का रहस्य का पता लगाने के लिए स्तंभ को हिलाने की कोशिश की थी। ऐसे में जब वो ऐसा कर रहे थे तो उस समय इस एक खंभे को हिलाते-हिलाते साथ में 10 और खंभे हिलने लगे। जिसके बाद उन्होंने खंभे को हिलाना छोड़ दिया। हालांकि, बाद में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की जांच में यह बताया गया कि खंभे की संरचना गलत नहीं हुई है, बल्कि उस समय के बिल्डरों ने प्रतिभा को साबित करने के लिए जानबूझकर इसे ऐसा बनाया गया था।