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हिमाचल: पहेली बना कविता की मौत का मामला, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के सांगटी के जंगल में फंदे से लटकी मिली जिला परिषद सदस्य कविता कंटू (26) की मौत का रहस्य उलझता ही जा रहा है। कविता ने आत्महत्या (Suicide) की है या उसकी हत्या हुई है। इस पर अभी भी रहस्य बना हुआ है। प्रथम दृष्टतया में यह मौत संदिग्ध लग रही है, क्योंकि फंदे पर लटक रही युवती के पैर जमीन को छू रहे थे। ऐसे में मौत की गुत्थी उलझ कर रह गई है। सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम (Post mortem) रिपोर्ट में कविता की मौत गर्दन की हड्डी टूटने से हुई है। हालांकि यह हत्या (Murder) थी या हादसा यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। विशेषज्ञों की मानें तो फांसी पर लटकने से गर्दन की पीछे की हड्डी और नसें काफी खिंच जाती हैं और कई बार टूट भी जाती हैं।
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वहीं हत्या में भी यही बात लागू हो सकती है। लिहाजा मौत का कारण साफ नहीं हो पाया है। विशेषज्ञों की टीम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अध्ययन कर रही है। पुलिस और फोरेंसिक विशेषज्ञ (Forensic Specialist) मामले की गहनता से पड़ताल कर रहे हैं और सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। बता दंे कि जांच में जुटी पुलिस को कविता के किराए के कमरे से एक चिट भी बरामद हुई है, जिसमें अंग्रेजी में माफी लिखा था। इसके अलावा पुलिस मृतका के मोबाइल को भी खंगाल रही है। युवती का मोबाइल घटनास्थल पर शव के पास ही गिरा हुआ था। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि मृतका की आखिरी बात किससे हुई थी। यहां चौंकाने वाली बात यह है कि कविता के पैर जमीन पर टिके थे। इससे आशंका जताई जा रही है कि उसकी हत्या कर शव को फंदे से लटकाया गया है। हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है।
कविता इसी साल जिला परिषद हुई थी निर्वाचित
कविता रामपुर के झाकड़ी वार्ड से इसी साल जिला परिषद निर्वाचित हुई थी। वह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की मेधावी छात्रा रही है। वह समरहिल से सटे सांगटी में किराए के कमरे में रहती थी। कविता के कमरे के बगल में रहने वाली उसकी दो करीबी सहेलियों ने बताया कि कविता हंसमुख स्वभाव की थी और वह किसी तरह के तनाव में नहीं थी।
कुलदीप राठौर ने मांगी मामले की जांच
इस मामले से अब प्रदेश का सियासी पारा भी चढ़ने लगा है। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस घटना के पीछे साजिश होने की आशंका जताई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इस दुखद घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से इसकी जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुःखद है कि एक जन प्रतिनिधि को कथित तौर पर आत्महत्या करनी पड़ी हो। यह कोई गहरी साजिश भी हो सकती है, लिहाजा इस मामलें की निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए, जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और दोषी को कड़ी सजा।
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