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CM Jairam के शब्दों पर विपक्ष को आपत्ति, नोकझोंक के बाद 25 मिनट देरी से शुरू हुआ प्रश्नकाल
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र( Monsoon session of Himachal Pradesh vidhansabha) के चौथे दिन प्रश्नकाल शुरु होते ही सदन में हुई तीखी नोकझोंक हुई, जिसके चलते प्रश्नकाल 25 मिनट देरी से शुरू हुआ। गुरुवार को जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने बीते कल सीएम जयराम( CM Jai Ram) के उन शब्दों पर आपत्ति जाहिर की। जिसमें सीएम ने कहा था कि विपक्षी सदस्य वेल में बैठकर तालियां बजा रहे हैं, अगले जन्म में तालियां बजाकर आएं। मुकेश ने कहा कि विपक्षी के सदस्यों को बेशर्म तक कहा गया। साथ ही वेतन काटने को लेकर जो सीएम ने कहा वह सदन की कार्यवाही से हटाया जाए व इस पर सीएम माफ़ी मांगे। इस पर सीएम जय राम ठाकुर ने कहा कि कोरोना जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा का जबाब दे रहे थे। तब विपक्ष ने चोर, दलाल व पाकिस्तान जैसे नारे लगाए गए उन्होंने तो कुछ नहीं कहा। तालियां बजाने का अभिप्राय ये था कि अगले जन्म में जब आप पैदा हो तो खुशी की तालियां बजें।इस पर विपक्ष ने असंसदीय शब्द कहने पर ऐतराज़ जताया व इस शब्दों को वापस लेने की मांग उठाया।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि यदि चर्चा में कोई आपत्तिजनक शब्द आए होंगे तो उसकी छानबीन की जाएगी। विपक्ष इतने पर भी नहीं माना व सीएम जयराम से माफ़ी की मांग करने लगे। विपक्ष ने कहा कि जब विधायकों के वेतन को काटने का बिल आ रहा है तो सीएम कैसे कह रहे है कि विपक्ष वेतन वापस करने की बात कह रहा है।इसी बीच सीएम जय राम ठाकुर उठे व कहने लगे कि उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं थी, विपक्ष का व्यवहार भी सदन में नारेबाज़ी का नही होना चाहिए। इस पर दोनों पक्षों में तीख़ी नोकझोंक शुरू हो गई। संसदीय कार्य मंत्री ने भी विपक्ष को समझाया व प्रश्नकाल चलाने की अपील की। आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर 25 मिनट खराब करने के बाद प्रश्नकाल शुरू हो गया।