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हिमाचल : खाद्य आपूर्ति मंत्री के गृह जिला के हाल, सरकारी डिपो से खरीदी आटे की बोरी में निकले कीड़े
बिलासपुर। कोरोना काल में कई लोगों का काम ठप पड़ा है ऐसे में खासकर गरीब परिवार सामान के लिए सस्ते राशन की दुकानों (Ration depot)पर ही निर्भर हैं। सरकार लोगों को जो सस्ता राशन मुहैया करवाती है उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठते रहे हैं। अगर मामला खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग (Food Supply Minister Rajendra Garg) के गृह जिला बिलासपुर का हो तो चर्चा होनी स्वाभाविक है क्योंकि मंत्री जी कोरोना काल में कहीं दिखाई नहीं दिए। हुआ ये है कि बिलासपुर में सरकारी डिपो से ली गई आटे की बोरी में ना सिर्फ खराब आटा निकला है बल्कि उसमें कीड़े भी निकले हैं। मामले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया ( social media) पर वायरल हो रहा है। जरा सोचिए, जिन लोगों ने आटे की बोरी खरीदी उन्हें आटे में कीड़े देखकर कैसा लगा होगा
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बिलासपुर जिला (Bilaspur District)के चंगर क्षेत्र से एक वीडियो सामने आया है जिसको समाजसेवी कमल देव निवासी तरसुह ने शेयर किया है। कमल देव ने बताया कि उन्होंने तीन-चार लोगों के साथ मिलकर सस्ते राशन के डिपो से एक बोरी आटे की ली। हालांकि आटे की बोरी पूरी तरह से सील बंद थी, लेकिन एक तरफ छेद था। जब छेद से आटा निकाला तो उसमें आटे की जगह आटे के गोले बाहर निकले। ऐसा लग रहा था जैसे बोरी में सीमेंट भरा हो। यही नहीं, इस आटे के ऊपर काले रंग के कीड़े भी चल रहे हैं। यह सब देखकर लोगों के होश फाख्ता हो गए। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ है। अगर ऐसा आटा लोग खाएंगे तो निश्चित तौर बीमार होंगे पर उनकी जान पर भी बन सकती है।
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कमल देव का कहना है कि सरकार इस कोरोना काल में गरीबों को राहत देने के लिए सस्ता राशन दे रही है लेकिन सस्ते राशन के रूप में कंपनियां क्या परोस रही हैं इस पर शायद ही कोई नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग के मंत्री और अन्य अधिकारियों को समय-समय पर जो कंपनियां सामान दे रही है उनकी चेकिंग भी करनी चाहिए ताकि लोगों को इस प्रकार का घटिया सामान न मिले और उनका स्वास्थ्य न बिगड़े। कमल देव ने इस प्रकार का घटिया आटा सप्लाई करने वाली कंपनी पर भी सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस बारे में जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक बृजेंद्र पठानिया ने कहा कि वह इसकी जांच कर रहे हैं तथा स्वयं संबंधित डिपो में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में जिस किसी की भी लापरवाही सामने आएगी, उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। सवाल ये है कि खाद्य आपूर्ति मंत्री के गृह जिला में ही ये हाल है जहां पर हाल ही में उन्होंने डिपुओं का निरीक्षण भी किया था तो प्रदेश में बाकी सस्ते राशन की दुकानों में किस तरह का राशन बांटा जा रहा होगा।खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग का कहना है कि पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस में जिसकी भी गलती होगी उसे बख्शा नहीं जाएगा।
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