- Advertisement -
धर्मशाला। कोरोना काल के चलते इस बार धर्मशाला में होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान इस बार स्टाफ (Staff) के सदस्य कम होंगे, यानी केवल 20 फीसदी स्टाफ ही शिमला से धर्मशाला (Dharamshala) आएगा। तपोवन में 7 से 11 दिसंबर तक आयोजित किए जाने वाले विधानसभा सत्र की तैयारियों का जायजा लेने विस अध्यक्ष विपिन सिंह परमार (Vipin Singh Parmar) पहुंचे। उनके साथ धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया भी मौजूद थे। परमार ने विस स्टाफ से बैठक भी की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने विधानसभा परिसर में सुविधाओं का निरीक्षण भी किया तथा विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए।
पहले हर साल विस स्टाफ के लगभग दो हजार कर्मी व अधिकारी बुलाए जाते थे, लेकिन अब केवल 20 फीसदी ही आ पाएंगे। इस हिसाब से 400 अधिकारी व कर्मचारी ही आ पाएंगे। मुख्य रूप से सत्र के लिए जो भी स्टाफ शिमला (Shimla) व अन्य स्थानों से आएगा उसका यहां आकर रैपिड एंटीजेन कोरोना टेस्ट (Corona Test) होंगे। इसके अलावा सदन के मुख्य हॉल का दिन के दो बाद सैनिटाइज किया जाएगा। सत्र के दौरान चार सरकारी व एक गैर सरकारी दिवस होंगे। सत्र के दौरान सभी विधायक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे। उम्मीद है कि शीतकालीन सत्र भी मानसून सत्र की तरह अच्छा रहेगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से बैठक के दौरान कोरोना से बचाव, कानून व्यवस्था, कोविड टेस्ट, रहने की व्यवस्था और लोग किस तरह आएंगे, इन विषयों पर चर्चा की। परमार ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना और दो गज की दूरी जरूरी है। इसके अलावा संभव हो तो हाथों को बार-बार धोते रहें। सत्र के चलते विधानसभा भवन में आइसोलेशन रूम और कोविड टेस्ट की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जाएगी।
जाहिर है कोरोना संक्रमण के चलते इस बार विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर कई बदलाव किए गए हैं। बड़े प्रतिनिधिमंडलों को सत्र के दौरान आने की मनाही होगी। साथ ही जनता से भी परिसर में ना आने की अपील की गई है। विधानसभा अध्यक्ष 30 नवंबर को तपोवन में एक बार फिर अधिकारियों के साथ रिव्यू बैठक करेंगे।
- Advertisement -