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Results for "दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप और मर्डर मामले"
निर्भया मामला: दिल्ली HC कल सुनाएगा फैसला, दोषियों को फांसी होगी या टलेगी
हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर ट्रायल कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी है जिसमें निर्भया कांड के दोषियों की फांसी पर रोक लगाने का आदेश दिया गया है।
निर्भया केस के दोषी अक्षय ने राष्ट्रपति को भेजी दया याचिका, पहले 2 की हो चुकी है खारिज
इससे पहले उन्हें 22 जनवरी को फांसी दी जानी थी लेकिन कोर्ट द्वारा डेथ वारंट पर स्टे लगाने के कारण फांसी की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया था।
फांसी से करीब 40 घंटे पहले Nirbhaya के दोषियों ने की फांसी पर स्टे लगाने की मांग
कोर्ट द्वारा कल यानी शुक्रवार को इस याचिका पर सुनवाई की जाएगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दोनों दोषी मुकेश और विनय की क्यूरेटिव पिटीशन पहले ही खारिज कर चुका है।
निर्भया के दोषियों की फांसी से बचने की तरकीब फिर फेल, Court ने निर्देश देने से किया इंकार
कोर्ट ने कहा- ‘अब इस मामले में कोई निर्देश की जरूरत नहीं है । दोषियों की मांग पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने वो सभी दस्तावेज मुहैया करा दिए हैं, जो दोषियों ने मांगे थे ।
निर्भया मामला : इंदिरा के माफ़ी वाले बयान पर भड़कीं कंगना, कहा- ‘ऐसी औरतों की कोख से जन्म लेते हैं रेपिस्ट’
ऐसी औरतों को दोषियों के साथ चार दिन जेल में रखना चाहिए। यही वो औरतें हैं जिनके कोख से ऐसे दरिंदे खूनी जन्म लेते हैं और उन्हें इन पर दया आती है।’
‘निर्भया केस के दोषियों की फांसी में देरी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार’
दिल्ली के निर्भया गैंगरेप और मर्डर मामले में दोषियों को उनके अपराध के लिए फांसी की सजा दी जा चुकी है। लेकिन किसी ना किसी वजह से उनकी फांसी टलती जा रही है।
निर्भया मामले में दोषी मुकेश ने चला आखिरी दांव, राष्ट्रपति को भेजी दया याचिका
दिल्ली के निर्भया रेप और मर्डर केस में दोषी पाए गए मुकेश सिंह ने फांसी की सजा से बचने के लिए अपना आखिरी दांव चल दिया है।
ब्रेकिंग: 22 जनवरी को ही होगी निर्भया के दरिंदों को फांसी, SC ने खारिज की दोनों क्यूरेटिव पिटीशन
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, ‘दोषियों ने फांसी में बस देरी करने के लिए क्यूरेटिव पिटीशन डाली है। मुझे पूरा भरोसा है कि आज भी उनकी याचिका खारिज हो जाएगी।
देश की बेटी ‘निर्भया’ को मिला इंसाफ: 22 जनवरी को होगी 4 दोषियों को फांसी, डेथ वारंट जारी
इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट के जज ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चारों दोषियों से बात की। इस दौरान मीडिया को भी अंदर नहीं जाने दिया गया।