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Results for "मंदिर"
कैबिनेटः बागवानी विभाग में Batch-Wise और सीधी भर्ती से भरे जाएंगे यह पद
मंडी जिले के सरकारी प्राइमरी स्कूल, कुन्नू को सरकारी मिडिल स्कूल के साथ-साथ अपेक्षित पदों के सृजन के लिए कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दे दी।
मक्खन-मेवों से मां बज्रेश्वरी का श्रृंगार
51 शक्तिपीठो में से एक मां बज्रेश्वरी मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा शहर में स्थित हैं । कहते है यहां जो भी भक्त आता है वो कभी खाली हाथ नहीं जाता। मान्यता है कि जब माँ सती ने अग्निकुंड में कूद गयी थी तो भगवान् शिव ने उनके शरीर को लेकर पूरा ब्रह्माण्ड का चक्कर… Continue reading मक्खन-मेवों से मां बज्रेश्वरी का श्रृंगार
आतंकियों के मददगार DSP देवेंद्र के खिलाफ एक्शन, J&K पुलिस ने किया बर्खास्त
सुरक्षा एजेंसियों ने एक बैंक ऑफिसर, एक डॉक्टर के घर तलाशी ली है। इसके अलावा श्रीनगर के इंदिरा नगर में स्थित शिव मंदिर की तलाशी भी ली गई है।
चंडीगढ़-मनाली NH पर बस और ट्रक में जोरदार टक्कर, जाने कितने पहुंचे अस्पताल
घायल यात्रियों को तुरंत क्षेत्रीय अस्पताल मंडी लाया गया है। बताया जा रहा है घायलों में दो आईटीआई के छात्र भी शामिल हैं। घटना के बाद एनएच बंद हो गया।
In Depth: एक सप्ताह तक नहीं मिलेगा शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी देवी का चरणामृत, ये है वजह
माता की पिंडी पर लगभग 18 क्विंटल मक्खन का लेप लगाने का कार्य मंगलवार शाम सात बजे शुरू हो गया और रात बारह बजे तक मक्खन का कार्य चलता रहा।
Makar Sankranti पर उमड़ा आस्था का सैलाब, गंगा घाट पर श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
हरिद्वार, ऋषिकेश, देवप्रयाग आदि स्थानों पर अल सुबह से श्रद्धालुओं का स्नान शुरू हो गया। स्नान के बाद पूजा-अर्चना के साथ ही श्रद्धालुओं ने दान-दक्षिणा देकर पुण्य भी कमाया।
मां बज्रेश्वरी देवी का मक्खन से श्रृंगार
20 क्विंटल से अधिक मक्खन से मां बज्रेश्वरी देवी की पिंडी पर लेप चढ़ाया गया। इस अवसर पर भगवती जागरण का भी आयोजन किया गया। काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने हाजिरी भरी।
मां बज्रेश्वरी देवी का मक्खन से श्रृंगार
20 क्विंटल से अधिक मक्खन से मां बज्रेश्वरी देवी की पिंडी पर लेप चढ़ाया गया। इस अवसर पर भगवती जागरण का भी आयोजन किया गया।
लड़की स्कूटी से कॉलेज जा रही थी…
पप्पू ने अपने बाप को तमाचा मारा….
प्रदेश में लोहड़ी की धूम, लोगों ने अलाव जलाकर डाली तिल-गुड़ और मूंगफली की आहुतियां
गंज बाजार में मक्की की रोटी और सरसों के साग का भंडारा लगाया गया। इस भंडारे में मक्की की रोटी बनाने के लिए विशेष तौर पर पंजाब से कारीगर बुलाए गए थे।