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Una में DC के दर पहुंचे अभिभावक, बोले: बच्चे School नहीं गए तो एनुअल और ट्रांसपोर्ट चार्ज क्यों
ऊना। हिमाचल के ऊना जिला में एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल (Private School) द्वारा बच्चों के अभिभावकों से स्कूल के एनुअल और ट्रांसपोर्ट चार्ज ( annual and transportation fee) मांगे जाने पर अभिभावक तल्ख हो गए हैं। स्कूल प्रबंधन के साथ हुई अभिभावकों की बातचीत के बेनतीजा रहने के बाद अभिभावकों ने मामले को लेकर डीसी ऊना (DC Una) के दरबार में दस्तक दे दी। स्कूली बच्चों के अभिभावकों ने डीसी ऑफिस पहुंचकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत सौंपी। इस दौरान ऊना सदर के कांग्रेसी विधायक सतपाल सिंह रायजादा भी अभिभावकों के साथ रहे। अभिभावकों का आरोप था कि जब सरकार द्वारा ट्यूशन फीस के अलावा किसी भी तरह के चार्ज ना लिए जाने के निर्देश स्कूल प्रबंधकों को दिए हैं फिर किस आधार पर स्कूल प्रबंधक अभिभावकों से एनुअल चार्ज और ट्रांसपोर्ट चार्ज की मांग कर रहे हैं। जबकि सब जानते हैं कि इस पूरे सेशन में ना तो बच्चे स्कूल में गए हैं और ना ही स्कूल के ट्रांसपोर्ट साधनों का इस्तेमाल किया जा सका है। अभिभावकों में मनदीप राठौर और बबीता ने बताया कि स्कूल प्रबंधन के साथ उनकी हुई बैठक किसी भी नतीजे तक नहीं पहुंची। जिसका कारण स्कूल प्रबंधन (School Management) द्वारा अपने रवैया पर अड़े रहना था। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन द्वारा मांग ना माने जाने के चलते वह आज डीसी के दरबार पहुंचे हैं और मामले की शिकायत डीसी को सौंपा रहे हैं।
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विधायक सतपाल रायजादा ने आंदोलन की दी चेतावनी
इस मौके पर विधायक सतपाल सिंह रायजादा (MLA Satpal Singh Raizada) ने कहा कि निजी स्कूलों के प्रबंधक मनमाने ढंग से बच्चों के अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ा रहे हैं। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए। विधायक ने कहा कि कोविड.19 के इस दौर में कई लोगों की नौकरियां चली गई है और फिर भी लोग किसी ना किसी तरह मेहनत करके अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाने की कोशिश में है। लेकिन इसके बावजूद स्कूल प्रबंधक बच्चों के अभिभावकों को प्रताड़ित करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि यदि जल्द मामले का हल ना निकला तो अभिभावकों को साथ लेकर व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा।
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क्या कहते हैं डीसी ऊना और स्कूल प्रबंधन
डीसी ऊना राघव शर्मा ने कहा कि निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ बच्चों के अभिभावकों ने एनुअल चार्जेस और ट्रांसपोर्ट चार्जेस मांगे जाने की शिकायत सौंपी है। मामले की जांच कर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं इस बारे में स्कूल के प्रबंधक निदेशक अनुज वशिष्ट ने कहा कि केवल उनके स्कूल द्वारा ही यह चार्जिस नहीं मांगे हैए बल्कि जिला के सभी सीबीएसई मान्यता प्राप्त स्कूलों ने सरकार के आदेशों के बाद अविभावकों से एनुअल और ट्रांसपोर्ट चार्जिस मांगे है। उन्होंने कहा कि कोविड 19 के दौर में स्कूलों की आर्थिक स्थिति भी खराब हुई है। उन्होंने कहा कि अगर बाबजूद इसके भी कोई अविभावक इन्हे देने में असमर्थ है तो वो स्कुल प्रबंधन से बात कर सकते हैए उन्हें यह चार्जिस में छूट दी जा सकती है।
नालागढ़ में निजी स्कूलों के खिलाफ गरजे अभिभावक, दी ये चेतावनी
नालागढ़। जिला सोलन के नालागढ़ (Nalagarh) में निजी स्कलों के बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर री एडमिशन फीस व सालाना फीसों को लेकर तंग करने का आरोप लगाया है। इसी के चलते सोमवार को क्षेत्र के लोगों द्वारा एकत्रित होकर निजी स्कूलों के खिलाफ जहां मोर्चा खोल दिया वहीं एसडीएम कार्यालय के बाहर निजी स्कूलों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष प्रदर्शन (Protest) भी किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते आर्थिक तौर पर स्थिति खराब हो चुकी है और निजी स्कूलों द्वारा उनके ऊपर सालाना फीस व एडमिशन फीस देने का जबरन दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने एसडीएम नालागढ़ को एक ज्ञापन देकर निजी स्कूलों के खिलाफ जहां कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन व निजी स्कूलों को चेतावनी देकर भी कहा है कि अगर निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे आने वाले दिनों में एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन एवं अनशन करने को भी मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन व सरकार की होगी।
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