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हिमाचल: जनमंच कार्यक्रम में नहीं दिखी जनता, पूरे पंडाल की कुर्सियां रह गई खाली
किन्नौर। हिमाचल में लोगों की समस्याओं को घर द्वार पर सुलझाने के लिए जनमंच (Jan Manch) कार्यक्रम की शुरूआत की गई है, लेकिन अगर इस जनमंच में जनता जनार्धन ही ना पहुंचे तो फिर माहौल कैसा होगा। ऐसा ही कुछ हुआ आज किन्नौर (Kinnaur) जिला में। किन्नौर जिला के कल्पा स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में रविवार को जनमंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश सरकार के मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल (Bikram Singh Jaryal) बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। जनमंच में सभी विभागों के अधिकारी तो पहुंचे, लेकिन जनता नहीं दिखी। जनमंच के पंडाल में गिने चुने पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा अन्य कुर्सियां खाली ही दिखी। हालांकि जनमंच में जनता (People) की कमी खलते ही प्रशासन ने पंडाल से कुर्सियों को उठाना भी शुरू कर दिया। पंडाल में जनता के होने पर जब मुख्य अतिथि बिक्रम सिंह जरयाल ने प्रशासन से सवाल किया तो प्रशासन के कुछ अधिकारियों ने मुख्य अतिथि को कल्पा क्षेत्र में काम के सीजन के चलते लोगों के जनमंच में नहीं आने का हवाला दिया।
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बता दें कि किन्नौर जिला के कल्पा में आज जनमंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें बिक्रम सिंह जरयाल ने लोगों की समस्याएं सुनी। जनमंच में कल्पा क्षेत्र के आसपास के 9 पंचायतों से 70 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 58 शिकायतों का निपटारा मौके पर किया गया। वहींए मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाये गए जनमंच कार्यक्रमों से आज प्रदेश की जनता की हर शिकायत को सरकार के नुमाइंदे जनता के घर द्वार जाकर सुनने का काम करती है और जनता की शिकायतों का मौके पर निपटारा भी करने का पूरा प्रयास किया जाता है।
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