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हिमाचल: रिश्वत आरोपी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड अधिकारी के पास मिले लाखों रुपए
ऊना। हिमाचल के ऊना (Una) जिला में गुरुवार को 35 हजार रिश्वत (Bribe) लेते गिरफ्तार किए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी के पास लाखों की राशिम मिली है। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की ऊना यूनिट ने जब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (Pollution Control Board) की परवाणू स्थित सेंट्रल लैब के चीफ साइंटिफिक ऑफिसर डॉक्टर तेज बहादुर सिंह को रंगे हाथ पकड़ने के बाद जब जांच की तो अधिकारी के बैग से 85 हजार रुपए और गाड़ी की डिक्की में रखे ब्रीफकेस से 2.50 लाख रुपए भी बरामद किए गए। रिश्वत के आरोपी तेज बहादुर सिंह को शुक्रवार को कोर्ट (Court) में पेश किया गया, जहां से तेज बहादुर सिंह को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के डीएसपी अनिल मेहता ने मामले की पुष्टि की है।
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उन्होंने बताया कि रिश्वत के 35 हजार रुपए के अतिरिक्त अधिकारी के कब्जे से 3.35 लाख रुपए की बरामदगी और हुई है। यह पैसा कहां से आया इसके बारे में भी अधिकारी से जानकारी जुटाई जा रही है। गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से सटे एक कस्बा क्षेत्र निजी चिकित्सालय के संचालक ने विजिलेंस (Vigilance) से संपर्क करते हुए इस अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता डॉक्टर ने बताया था कि उन्होंने अपने अस्पताल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया है और जिसके लिए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से सहमति पत्र की आवश्यकता है। वहीं, इस सहमति पत्र के लिए बोर्ड की सेंट्रल लैब के चीफ साइंटिफिक ऑफिसर द्वारा 35 हज़ार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही है। इसी के चलते विजिलेंस द्वारा जाल बिछाकर अधिकारी को उसी के कार्यालय में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया गया था। गौरतलब है कि स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के एडीजीपी एसपी सिंह और आईजी रामेश्वर ठाकुर की अगुवाई में भ्रष्टाचार के मामलों पर लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है।
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