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एक्शन मोड में प्रतिभा सिंह ने की बैठक: कहा-पार्टी के दिशा निर्देर्शों की अवहेलना नहीं होगी सहन
शिमला। हिमाचल कांग्रेस (Himachal Congress) की नई अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) पदभार संभालने के बाद एक्शन मोड में आ गई हैं। शुक्रवार को जहां प्रतिभा सिंह ने पार्टी के बड़े नेताओं के साथ बैठक (Meeting) की और आगामी रणनीति बनाई। वहीं पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले (Police Recruitment Exam Paper Leak Case) में परीक्षा के रद्द होने पर जयराम सरकार को भी जमकर खरी खोटी सुनाई। इससे पहले प्रतिभा सिंह ने बैठक में सभी को एक साथ चलने और अनुशासन का पालन करने को कहा। उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्टी पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें पार्टी की आगे की रणनीति तय होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर पददाधिकारियों की जिम्मेवारियां तय की जाएंगी। जिसे जो भी जिम्मेदारी दी गई है, उसका अवलोकन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर कुछ और लोगों को नई जिम्मेदारियां भी दी जाएंगी, जिससे पार्टी के कार्यों में तेजी आये।
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प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह जल्द ही प्रदेश के जिला अध्यक्षों के बाद ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक कर उनके जिलों व ब्लॉकों के दौरे पर जाएगी और बूथ कार्यकर्तओं से भी पूरा फीडबैक लेंगी। उन्होंने साफ किया कि पार्टी के किसी भी दिशा निर्देश की अवहेलना सहन नही होगी। प्रतिभा सिंह ने प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में आज की बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव प्रदेश मामलों के सह प्रभारी संजय दत्त नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ कर्नल धनीराम शांडिल, विनय कुमार, हर्ष महाजन, रामलाल ठाकुर, आशा कुमारी, रोहित ठाकुर, आशीष बुटेल, पूर्व विधायक संजय रत्न जगजीवन पाल ने भेंट कर आगामी रणनीति पर मंथन किया।
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पुलिस भर्ती मामले के आरोपियों पर हो सख्त कार्रवाई
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द (Police Recruitment Exam Canceled) करना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार एक तरफ रोजगार देने की बात करती है। वहीं दूसरी ओर इस तरह से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पुलिस भर्ती के लिए करीब 2 लाख युवाओं ने परीक्षा दी थी। उन्होंने सरकार से पूछा कि कब जांच के आदेश दिए और पेपर लीक करने में मुख्य दोषी कौन है और उन पर क्या कार्रवाई हुई। उन्होंने कहा कि युवाओं व परिजनों को इस परीक्षा से बहुत सी उम्मीदें थी। उन्होंने कहा कि सरकार का दायित्व बनता है कि इस तरह का मामला संज्ञान में आने पर कड़े निर्देश देने चाहिए और जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरभद्र (Virbhadra Singh) के कार्यकाल में कभी इस तरह का खिलवाड़ किसी के भविष्य के साथ नहीं हुआ।