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श्रीनगर। मां वैष्णो देवी के दरबार में हाजरी लगाने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। अब मंदिर में बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का कोटा 500 कर दिया गया है। पहले सिर्फ 250 यात्रियों को ही यात्रा की इजाजत थी। इसके साथ ही श्रद्धा सुमन विशेष पूजा के लिए बुकिंग (Booking) भी शुरू कर दी गई है, जो ऑनलाइन होगी। एसओपी का पालन करते हुए श्राइन बोर्ड के भवन, अर्द्धकुंवारी, कटड़ा और जम्मू में तीर्थ यात्रियों के लिए ठहरने की सुविधा को पुन: बहाल कर दिया गया है। श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला किया गया है। यह सारी व्यवस्थाएं आज से प्रभावी हो जाएंगी।
सीईओ ने बताया कि 16 अगस्त से बहाल श्री माता वैष्णो देवी (#VaishnoDevi) की यात्रा हर्षोल्लास के साथ जारी है। रोजाना प्रदेश के साथ-साथ देशभर के भक्त आ रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए अगले आदेश तक दूसरे राज्यों से आने वाले भक्तों का कोटा 500 प्रतिदिन कर दिया है। शुरुआत में यात्रा में 1900 जम्मू-कश्मीर और 100 बाहरी राज्यों के यात्रियों के लिए कोटा निर्धारित किया गया थाबाद में इसे बढ़ाकर 250 कर दिया था। ताराकोट मार्ग पर मुफ्त लंगर और सांझीछत्त में प्रसाद केंद्र भी संचालित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही बैटरी कार, रोपवे और हेलिकॉप्टर सुविधा भी बहाल है। यात्रा मार्ग व भवन क्षेत्र में भोजनालय भी चल रहे हैं।
रमेश कुमार ने बताया कि ऑनलाइन पंजीकरण (online registration) के बाद ही यात्रियों को यात्रा के लिए जाने की अनुमति होगी। यात्रियों को फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा। यात्रा के लिए प्रवेश द्वार पर सभी यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग होगी। दस साल से कम के बच्चे, गर्भवती तथा 60 साल से अधिक आयु के लोगों को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं होगी। बाहरी राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर के रेड जोन से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना नेगेटिव होने का प्रमाणपत्र होना जरूरी है। हैलीपैड, दर्शन ड्योढ़ी तथा बाणगंगा पर इसकी जांच की जाएगी। इसके बाद ही आगे की यात्रा पर जाने की अनुमति होगी।
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