-
Advertisement
गाड़ी चलाते वक्त क्यों आती है नींद – वजह जानने के लिए करें क्लिक
अकसर आपने देखा होगा कि गाड़ी चलाते (Driving) वक्त कुछ देर बाद नींद आने लगती है। यही कारण है कि बहुत सारे हादसे (Accident) भी होते हैं। इसकी वजह क्या है, इस बारे में जानना इसलिए जरूरी है क्योंकि ये किसी के भी साथ होता है। बताते हैं कि 20 फीसदी सड़क हादसों का कारण भी नींद आना ही होता है। कहते हैं कि चलती गाड़ी में हिलने से नींद आने लगती है, ये इसका एक कारण हो सकता है, इसके पीछे का लॉजिक ये है कि जब किसी बच्चे को सुलाते हैं तो उसे थपथपाने से नींद आ जाती है। इसलिए (Moving Vehicle) चलती गाड़ी में हिलना भी नींद आने का एक कारण माना जाता है।
यह भी पढ़ें: ये है वो नदी जो पहाड़ों से निकलकर समुद्र में नहीं मिलती-पानी हो जाता है विलुप्त
इस पर कई शोध हो चुके हैं। इसी में बताया गया है कि किसी को भी औसतन 7-9 घंटे की नींद लेना है जरूरी होता है। यदि कोई आदमी देर रात सोता है और सुबह जल्द उठ जाता है तो कहीं ना कहीं वह शारीरिक तौर पर दिनभर फिट नहीं होगा। उसके तनाव में रहने का ये बड़ा कारण होता है। इसलिए कहा जाता है कि समय पर सोना और जागना सेहत के लिए जरूरी है। जबकि इसके जरूरत से ज्यादा सोना (Excessive Sleep) भी सेहत के लिए ठीक नहीं। स्वस्थ रहने के लिए संतुलित नींद लेना जरूरी है।
यह भी पढ़ें: कोरोना काल में बड़े काम का थर्मामीटर, जानिए किसने-कब किया था आविष्कार
हम जो बात यहां कर रहे हैं, वह चलती गाड़ी में नींद आने के कारण से जुड़ा विषय है। रिसर्च के बाद अनुसंधानकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि किसी को भी सबसे पहले तो अपनी नींद को संतुलित बनाना होगा। दूसरा वाहन बनाने वाली कंपनियों को सीट डिजाइन करते वक्त भी इस बात पर गौर फरमाना होगा कि वह चालक के अनुरूप हो। कुल मिलाकर संतुलित नींद लें जोकि 7-9 घंटे के बीच होना जरूरी है। फिर आप गाड़ी चलाते वक्त नींद आने की समस्या से बच सकते हैं।