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हिमाचल की बेटी रेणुका ने बारडोस की टीम को दिखाए तारे, चटकाए 4 विकेट
शिमला। हिमाचल की बेटी रेणुका सिंह ठाकुर (Renuka Singh Thakur) का राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन लगातार जारी है।देवभूमि की इस होनहार बेटी की बदौलत टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है और मेडल जीतने से महज एक कदम दूर है। महिला क्रिकेट टीम ने बुधवार को बारबाडोस की टीम को शिकस्त दे दी है। टीम ने बारबाडोस की टीम को 163 रनों का लक्ष्य रखा था। मगर बारडोस की टीम आठ विकेट पर मात्र 62 रन पर ही सिमट कर रह गई।
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इस मैच में तेज गेंदबाज रेणुका ने जबरदस्त परफार्मेंस दी। उन्होंने पहले ही ओवर की तीसरी गेंद पर दिएंद्रा डॉटिन (deandra dottin) को बोल्ड कर दिया। दिएंद्रा डॉटिन अभी अपना खाता ही नहीं खोल पाई थी। ठीक इसके बाद दूसरे ओवर में की दूसरी गेंद में शैफाली (Shefali) के हाथ हैली मैथ्यूज को भी कैच करवा दिया। वह केवल 9 रन का योगदान ही दे सकीं। इसके बाद तो लगातार विकेटें गिरने लगीं और पांच ओवर पर स्कोर केवल 19 तक ही बन पाया मगर तब तक चार विकेट उड़ चुके थे। इन चारों विकेटों को झटकने का श्रेय रेणुका को ही मिला।
शिमला जिला के रोहड़ू के पारसा गांव में जन्मीं रेणुका के सिर पिता का साया तब ही उठ गया था, जब वह महज तीन वर्ष की थी। उनके पिता केहर सिंह की इच्छा थी कि उनकी बेटी क्रिकेटर बने। वे विनोद कांबली (Vinod Kambli) के फैन थे। सन 1999 में उनका निधन होने के बाद उनकी माता गवर्नमेंट जॉब मिल गई। इसके बाद उसने गांव में ही क्रिकेट खेलना सीखा। बाद में अपनी शानदार परफार्मेंस के लिए वह हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की धर्मशाला अकादमी के लिए चयनित हो गई। रेणुका ने क्रिकेट खेलने के लिए कोच पवन सेन से बारीकियां सीखीं। उसने वर्ष 2019 में बीसीसीआई महिला वन डे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 23 विकेट प्राप्त किए थे। रेणुका से पहले भी हिमाचल की दो महिला खिलाड़ी इंडियन टीम की हिस्सा बन चुकी हैं। वहीं शिमला के सुन्नी क्षेत्र की सुषमा वर्मा भी खेल चुकी हैं। हरलीन देयोल भी भारत की टीम की ओर से खेल चुकी हैं।
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