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रूसी राष्ट्रपति पुतिन को हत्या का डर! इसीलिए नहीं ले रहे जी-20 मीटिंग में हिस्सा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी हत्या की आशंका के चलते जी-20 की मीटिंग में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। क्रेमलिन समर्थक एक टिप्पणीकार के अनुसार, व्लादिमीर पुतिन जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे, क्योंकि उन्हें हत्या किए जाने का डर है। टिप्पणीकार सेरगे मारकोव ने लिखा है कि यूक्रेन के खेरसोन से रूसी सेना वापस आ चुकी है। अब पुतिन को डर सता रहा है कि उनकी हत्या की कोशिशें भी की जा सकती हैं। ‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक मारकोव ने लिखा है- इस बात की बड़ी आशंका है कि अमेरिकी, ब्रिटेन और यूक्रेन की स्पेशल फोर्सेज व्लादिमीर पुतिन की हत्या के लिए साजिश रच सकती हैं।’ यही नहीं मारकोव का कहना है कि जी-20 मीटिंग के दौरान उन्हें अपमानित करने की भी साजिश रची जा सकती थी।
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बता दें कि गुरुवार को ही यह खबर आ गई थी कि यूक्रेन पर संभावित टकराव से बचने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। इस शिखर सम्मेलन में पुतिन का प्रतिनिधित्व रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे। मारकोव को रूसी सत्ता का समर्थक माना जाता है। वह यह भी सलाह देते चुके हैं कि कि यदि रूस को जीत हासिल करनी है तो फिर अर्थव्यवस्था को मिलिट्री की सत्ता में तब्दील करना होगा। उन्होंने कहा कि इस फैसले को लेने में पहले से ही 6 महीने की देरी हो चुकी है। अब हमें कड़े फैसले लेने ही होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी फैक्ट्रियों को ड्रोन्स, कॉम्युनिकेशन, मिसाइलों का उत्पादन करना होगा। बता दें कि खेरसोन से रूसी सेनाओं की वापसी के फैसले को हार के तौर पर देखा जा रहा है। इससे रूस में अंतर्कलह मच गई है। इसके अलावा सेना के वापस लौटने के फैसले पर भी सवाल उठ रहे हैं।