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किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में शिमला की बेटियों ने थाईलैंड में चमकाया नाम
Kick Boxing World Cup: थाईलैंड के बैंकॉक शहर में आयोजित फर्स्ट थाईलैंड किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में जिला शिमला के चिढ़गांव क्षेत्र की दो बेटियों ने पदक जीत कर जिला, प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है। इस प्रतियोगिता में दीक्षिता शिलाल ने सिल्वर पदक और सनिका लल्टवान ने कांस्य पदक हासिल किया है।
दोनों खिलाडियों ने आज डीसी अनुपम कश्यप से उनके कार्यालय में भेंट की। डीसी ने इस मौके पर सनिका लल्टवान और दीक्षिता शिलाल को सम्मानित भी किया।
सनिका लल्टवान पुत्री श्मशेर सिंह गांव संधाड़ी डाकघर खाबल तहसील चिढ़गांव ने फुल कॉन्टेक्ट माइन्स 56 किलोग्राम की श्रेणी में कांस्य पदक हासिल किया है। सनिका ने बताया कि उन्होंने 2016 में वुशु खेलना शुरू किया और वुशु में राज्य स्तरीय खेलों में हिस्सा लिया। फिर 2019 में इंदिरा गांधी खेल परिसर शिमला में ताइक्वांडो भी सीखा और 2020 में ओपन केटेगरी में माइनस 52 किलोग्राम की श्रेणी में कांस्य पदक जीता। 2023 में असम में सीनियर नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में भाग लिया। 2023 में शिलारू में आयोजित खेलो इंडिया में पहली बार किक बॉक्सिंग में माइनस 56 किलोग्राम की श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद जिला किक बॉक्सिंग सुन्दरनगर में स्वर्ण पदक हासिल किया तथा किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता जालंधर में भी हिस्सा लिया। 2025 में इंटरनेशनल किक बॉक्सिंग दिल्ली में माइनस 56 किलो ग्राम की श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता था। सनिका लल्टवार ने बीए की पढ़ाई संजौली कॉलेज से की है और उनकी तीन बहनें और एक भाई है। आम परिवार से सम्बन्ध रखने वाली सनिका को हमेशा माता पिता का पूर्ण सहयोग मिला है।
दीक्षिता शिलाल पुत्री स्व. केशव राम चौहान गांव डिसवानी डाकघर कलोटी तह. चिढ़गांव ने माइन्स 56 किलोग्राम की श्रेणी में सिल्वर पदक हासिल किया है। 2014 से 2018 तक किक बॉक्सिंग की जिला मण्डी और जिला शिमला के रोहड़ू में आयोजित जिला स्तरीय प्रतियोगिता में उन्होंने सिल्वर पदक हासिल किए। 2019 में इंटर कॉलेज खेला और कांस्य पदक हासिल किया। 2019 में किक बॉक्सिंग की शुरुआत की और रोहडू में आयोजित जिला स्तरीय प्रतियोगिता, कुल्लू में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता तथा हरियाणा के रोहतक में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया था। वर्ष 2020 और 2022 में गोवा में आयोजित नेशनल स्तरीय प्रतियोगिता में सिल्वर पदक हासिल किया। 2023 खेलों इंडिया शिलारू में स्वर्ण पदक और 2024 में सीनियर नेशनल गोवा में कांस्य पदक जीता। 2025 में भारत की पहली ऐसी खिलाड़ी बनी हैं जिन्होंने किक बाक्सिंग की गाला फाईट में स्वर्ण पदक और गाला फाईट बेल्ट हासिल की है। दीक्षिता अपनी बीए फर्स्ट सेमेस्टर की पढ़ाई सीमा कॉलेज रोहडू से कर रही है। उनके पिता का निधन हो चुका है और उनकी तीन बहनें हैं फिर भी उनकी माँ ने हमेशा उन्हें खेलने के लिए प्रेरित किया है।
सनिका और दीक्षिता ने पिछले वर्ष चिढ़गांव में हिमालयन वॉरियर मार्शल आर्टस एकेडमी खोली हैं ताकि स्कूली स्तर से ही बच्चों को खेलों के प्रति जोड़ पाएं और अपने क्षेत्र को नशे से बचाने में अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने सभी आभिभावकों से अपील की है कि अपने बच्चों को खेलों से जोड़े और उन्हें नशे से दूर रखने में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि एकेडमी तो कहीं भी खोली जा सकती है लेकिन जिस क्षेत्र से हम आती है उस क्षेत्र के प्रति हमारा भी कोई उतरदायित्व बनता है। दोनों खिलाड़ियों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और किक बाॅक्सिंग कोच वीरेंद्र जगिता को दिया है।