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आंखों में समस्या कर सकता है कोविड, ये होते हैं मुख्य लक्षण
दुनिया भर में कोरोना वायरस (Corona virus) ने कहर मचा रखा है। वहीं, अब भारत समेत कई अन्य देशों में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। अभी तक कोरोना वायरस के कई सारे लक्षण सामने आए हैं। कुछ रोगियां को दृष्टि से संबंधित परेशानी भी हुई है। कई अध्ययनों से सामने आया है कि कोरोना वायरस के 11 प्रतिशत रोगियों में आंखों की समस्या होती है।
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बता दें कि अब तक कोविड-19 से जूझ रहे रोगियों में ऐसे कई लक्षण सामने आए हैं, जिनमें स्मैल और स्वाद का चले जाना, खांसी, ठंड लगना, थकान, गले में खराश, बुखार, दुर्बलता, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कान का दर्द, दस्त, आदि शामिल हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ रोगी दृष्टि से संबंधित लक्षणों की भी रिपोर्ट कर सकते हैं। कई अध्ययनों में सामने आया है कि कोविड के लगभग 11 प्रतिशत रोगियों में आंखों की समस्या होती है और इनमें आखों का लाल होना, आंखों में जलन होना, आंखों में दर्द, नम आंखें और सूजी हुई पलकों जैसे लक्षण शामिल हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी भी इस बात को जानने की लगातार कोशिश की जा रही है कि कोविड-19 आखिर आंखों को कैसे प्रभावित करता है। उनका कहना है कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति में आंखों की समस्या अन्य वायरस के कारण भी हो सकती है। वहीं, कुछ रोगियों को सिर्फ आंखों की समस्या होती है, लेकिन उन्हें कोविड नहीं होता है। कुछ आसान टिप्स से आप अपनी आंखों को सुरक्षित रख सकते हैं, जैसे हाथों को धोते रहें। हाथों को कम से कम 20 सेंकड तक स्क्रब करें और फिर एक साफ तौलिये से सुखाएं। हाथों को अपनी आंखों से दूर रखें। इसके अलावा घर से बाहर चश्मा पहन कर निकलें।
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विशेषज्ञों का कहना है कोरोना वायरस लगभग 1 से 3 प्रतिशत वयस्कों में कंजंक्टिवाइटिस या गुलाबी आंख का कारण बन सकता है। कंजंक्टिवाइटिस एक पतली झिल्ली है जो आंखों के सफेद हिस्से और पलकों के अंदर के हिस्से को ढकती है। उनका कहना है कि कोरोना से संक्रमित अस्पताल में भर्ती मरीजों में कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) ज्यादा बार हो सकता है। कोविड की वजह से अस्पताल में भर्ती 301 लोगों के अध्ययन में पाया गया कि 11.6 प्रतिशत रोगियों में कंजंक्टिवाइटिस था। ऐसे में रोकथाम वास्तव में इलाज से बेहतर है।