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Indo-China clash: शहीद अंकुश ठाकुर को Military Honors के साथ दी अंतिम विदाई, हर कोई रोया
Last Updated on June 20, 2020 by saroj patrwal
हमीरपुर। भारत-चीन एलएसी विवाद (Indo-China clash at LAC) में हिमाचल से ताल्लुक रखने वाले शहीद जवान अंकुश ठाकुर (Soldier Ankush Thakur) का अंतिम संस्कार आज उसके पैतृक गांव कड़होता (Karohta) में सैन्य सम्मान (Military Honors) के साथ किया गया। इससे पहले अंकुश की पार्थिव देह आज पैतृक गांव पहुंची,तो वहां माहौल पूरी तरह से गमगीन हो गया। परिजन बेसुध हो गए,तो वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम थी। सेना की टुकड़ी ने शहीद के पार्थिव शरीर पर राष्ट्रीय ध्वज चढ़ाया तो साथ ही इस टुकड़ी ने श्मशानघाट पर हवा में फायर कर जवान को सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। शहीद को छोटे भाई आदित्य ने मुखाग्नि दी।
लद्दाख में मौसम खराब होने की वजह से शहीद की पार्थिव देह पहले हवाई मार्ग से चंडीगढ़ पहुंचाई गई उसके बाद एंबुलेंस से कड़होता लाया गया। वहीं पर उसका सैन्य सम्मान के बीच अंतिम संस्कार हुआ। शहीद के अंतिम संस्कार में प्रदेश सरकार (Himachal Govt) की तरफ से पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर (Panchayati Raj Minister Virendra Kanwar) शामिल हुए। उन्होंने शहीद की पार्थिव देह पर श्रद्वांजलि अर्पित की।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) की तरफ से एसडीएम भोरंज डाॅ अमित शर्मा ने शहीद की पार्थिव देह पर श्रद्वांजलि अर्पित की। पार्थिव देह पर श्रद्वांजिल अर्पित करने के लिए स्थानीय विधायक कमलेश कुमारी (Local MLA Kamlesh Kumari) के अलावा,जिला प्रशासन के अधिकारी व सैन्य अधिकारी मौजूद रहे।
सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) कल यानी शनिवार या रविवार को शहीद के पैतृक गांव में परिजनों को सांत्वना देने आएंगे। याद रहे कि चीनी सैनिकों से हिंसक झड़प में हमीरपुर के उपमंडल भोरंज (Bhoranj subdivision of Hamirpur distt) के गांव कड़होता का 21 वर्षीय जवान शहीद हुआ है। शहीद जवान अंकुश ठाकुर वर्ष 2018 में पंजाब रेजीमेंट में भर्ती हुआ था। अंकुश ठाकुर के पिता और दादा भी भारतीय सेना (Indian Army) में सेवाएं दे चुके हैं। 10 माह पहले ही अंकुश ने रंगरूटी काटकर घर से सेना की नौकरी ज्वाइन की थी। शहीद का छोटा भाई छठीं कक्षा में पढ़ता है।