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हिमाचल: वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड बनाने वाली स्टाफ नर्स इंदु को मिलेगा राष्ट्रीय पुरस्कार
पंकज नरयाल/ धर्मशाला। कोविड महामारी के अति मुश्किल हालातों के बीच धर्मशाला की इंदु ने पूरे हिमाचल में सबसे अधिक वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड बनाया है। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए स्टाफ नर्स इंदु ने कई दिनों तक लगातार काम किया, और लॉकडाउन में भी छुट्टी नहीं ली। इतना ही नहीं उन्होंने वैक्सीनेशन के लिए भी लोगों को तैयार किया है। इंदु के इसी जज्बे से आज हिमाचल को गर्व है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जोनल अस्पताल धर्मशाला में कार्यरत स्टाफ नर्स इंदु को केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय सम्मानित करेगा। यह पुरस्कार दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदान किया जाएगा। भारत सरकार के राष्ट्रवार शीर्ष टीकाकरण सूची में पुरस्कार विजेता के रूप में जोनल अस्पताल धर्मशाला की स्टाफ नर्स इंदु को चुना गया है। उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की ओर से एनआइएचएफडब्ल्यू मुनिरका नई दिल्ली में आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के एक राष्ट्रीय समारोह में पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
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गौरतलब है कि पूरे देश भर में 178 करोड़ डोज अब तक लगाई जा चुकी हैं, जिसमें 96.6 में प्रथम व 79 करोड़ दूसरी डोज़ लगाई गई, जबकि दो करोड़ तीसरी डोज भी लगाई गई है। वहीं हिमाचल में 1.24 करोड़ डोज लगाई गई हैं, जिनमें जोनल अस्पताल धर्मशाला में ही 58 हज़ार से अधिक डोज अब तक लगाई जा चुकी हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर देशभर की उन 70 महिला स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित करने का फैसला किया है, जिन्होंने अपने अपने प्रदेशों में सबसे अधिक संख्या में टीकाकरण किया हैं। इन 70 महिला स्वास्थ्य कर्मियों में हिमाचल के कांगड़ा जिले के धर्मशाला और सिरमौर की दोनों महिला स्वास्थ्य कर्मियों को भी शामिल किया गया हैं।
धर्मशाला की रहने वाली है इंदु
धर्मशाला अस्पताल में बतौर स्टाफ नर्स सेवाएं प्रदान कर रही इंदु धर्मशाला की रहने वाली हैं। कोविड के बिगड़े हालातों के बीच जोनल अस्पताल में वैक्सीनेशन सेंटर में इंदु की ड्यूटी लगाई गई है। इंदु का कहना है कि जब उन्हें वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी दी गई तो बड़ी चुनौती थी। जहां लोग दिन में वैक्सीनेशन लगाने के लिए लंबी-लंबी लाइनों में खड़े होते थे। कभी-कभी रात में टीकाकरण के लिए आना बड़ा मुश्किल रहा। उन्होंने बताया कि कभी हल्की तबीयत भी खराब हुई तो भी छुट्टी नहीं ली। बस एक ही लक्ष्य पर काम किया कि जैसे भी हो लोगों को अधिक से अधिक वैक्सीनेट करना है। कई बार महिलाओं को मानसिक रूप से वैक्सीनेशन के लिए तैयार किया गया। इंदु ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था, कि वैक्सीनेशन में वह कोई बड़ा रिकॉर्ड बना पाएंगी। लेकिन सीएमओ कांगड़ा, एमएस, मैट्रन सहित अन्य अस्पताल के मार्गदर्शन व सभी के सहयोग से यह संभव हुआ। इंदु का कहना है कि कोरोना काल में भी वैक्सीनेशन के लिए हमेशा तैयार रहती थी। कई दिनों तक लगातार ड्यूटी में भी काम किया है। जिस सेंटर पर लोग दिन में नहीं आते थे, वहां डट कर टीम के सहयोग से टीकाकरण किया है।
महिला वैक्सीनेटरों ने देश में हिमाचल का मान बढ़ाया
जोनल अस्पताल धर्मशाला के सीनियर एसएमएस डा. गुलेरी ने कहा कि पुरस्कार विजेता स्टाफ नर्स को कोविड पोर्टल से चुना गया है। पुरस्कार विजेताओं को टीकाकरण की संख्या के मामले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर कोविड पोर्टल से चुना गया है। डा. राजेश गुलेरी ने कहा कि महिला वैक्सीनेटरों ने देश में हिमाचल का मान बढ़ाया है। उक्त दोनों महिला वैक्सीनेटर एवं उनकी टीम ने सरकार के इस महत्वपूर्ण अभियान के प्रति समर्पित एवं निष्ठावान होकर कोविड-19 टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाया है। ऐसे प्रयास से ही राज्य एवं देश स्तर पर रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल की गई, तथा जिले का भी मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि इससे पूरा स्टाफ काफी खुश है। उन्होंने इंदू के बेहतर प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें बधाई दी।