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Mahashivratri: दुनिया का ऐसा मंदिर जहां शिव पूजा के बाद नहीं किए जाते नंदी दर्शन
Pashupatinath Temple: देश के अलावा दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भगवान शिव (Lord Shiv) के हजारों मंदिर और तीर्थ स्थल मौजूद है। अलग-अलग महत्व के लिए शिवजी के हर मंदिर मशहूर हैं। इन्हीं में से एक है नेपाल का पशुपतिनाथ मंदिर। (Pashupatinath Temple) इस मंदिर को भगवान शिवजी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। इस मंदिर में शिव पूजा के बाद नंदी (Nandi) के दर्शन नहीं किए जाते। इसके पीछे क्या वजह है वह हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे।
शिव पूजा के बाद क्यों नहीं करते नंदी दर्शन?
धार्मिक मान्यता के अनुसार, कहते हैं कि यदि पशुपतिनाथ मंदिर में आप भगवान शिव की पूजा के बाद नंदी के दर्शन (Nandi Darshan) करते हैं तो अगले जन्म में पशु का जन्म मिलता है। इस मंदिर के बाहर एक घाट बना हुआ है जिसे आर्य घाट के नाम से प्रसिद्ध है। इस घाट के बारे में कहा जाता है कि मंदिर के अंदर सिर्फ इसी घाट का पानी जाता है। इसके अलावा कहीं और का पानी मंदिर में ले जाना वर्जित है।
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कहां मौजूद है पशुपतिनाथ मंदिर
नेपाल की राजधानी काठमांडू से 3 किमी उत्तर-पश्चिम देवपाटन गांव में बागमती नदी (Bagmati River) के तट पर पशुपतिनाथ मंदिर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के पशुपति स्वरूप को समर्पित है। यूनेस्को विश्व सांस्कृतिक विरासत स्थल की सूची में शामिल भगवान पशुपतिनाथ का मंदिर नेपाल में महादेव का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। मान्यता है कि यहां भोलेनाथ जी विराजमान है। इस मंदिर में हर साल हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं और महाशिवरात्रि के मौके पर इस मंदिर में लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसा कहा जाता है कि नेपाल में स्थित इस मंदिर में सबसे अधिक संख्या भारतीय पुजारियों की है। पशुपतिनाथ मंदिर में स्थित शिवलिंग बहुत ही कीमती और चमत्कारी है। कहा जाता है कि ये शिवलिंग पारस के पत्थर से बना है। चंद दिनों के बाद महाशिवरात्रि है, ऐसे शुभ अवसर पर आप भी इस मंदिर में दर्शन करने जा सकते हैं।