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आपके पीपीएफ की मैच्योरिटी हो गई है तो टेंशन ना लें, पांच साल के लिए बढ़ा सकते हैं खाता
पीपीएफ निवेश के लिए सबसे पसंद की जाने वाली योजना है। हजारों लोग इस पर विश्वास करते हैं और पैसे पर ब्याज भी अधिक मिलता है। बाकी यह योजना पूरी तरह से विश्वसनीय भी है। यदि आपके पीपीएफ की अवधि पूरी हो चुकी है और आप इस अवधि (Duration) को बढ़ाना चाहते हैं तो टेंशन मत लिजिए। अब आाप इस योजना को पांच-पांच साल (five to five years) के लिए बढ़ा भी सकते हैं। यदि आपके अकाउंट को 15 साल हो गए हैं तो आप अपना अकाउंट आगे भी बढ़ा सकते हैं। पीपीएफ का अकाउंट बढ़ाने के लिए आपको महज एक फार्म भरकर एक साल के अंदर जमा करवाना होगा। इसके लिए मैच्योरिटी (Maturity) पूरा होने के एक साल पहले ही अर्जी देनी होती है। इन पांच सालों में जरूरत पड़ने पर आप अपना पैसा निकाल भी सकते हैं।
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पीपीएफ का अकाउंट (PPF account) मैच्योर होने के बाद भी एक्टिव ही रहता है। अगर आप ऊपर वाले ऑप्शन (Option) को नहीं चुनते हो तो आपके पीपीएफ मैच्योरिटी तारीख पांच सालों के लिए बढ़ जाएगी। इसमें किसी पेपरवर्क की भी जरूरत नहीं होती है। इसमें आपको किसी भी तरह का योगदान करने की भी जरूरत नहीं होती है। वहीं आपको ब्याज भी मिलता ही रहेगा। दोनों ही तरीकों से आप अपने पीपीएफ का पांच सालों के लिए निवेश कर सकते हैं। पीपीएफ ईईई की श्रेणी में आता है। यानी की आपको पूरे निवेश पर टैक्स की छूट मिलती है। साथ ही इस योजना में निवेश से मिलने वाले ब्याज और निवेश की पूरी रकम पर भी किसी तरह का टैक्स नहीं देना पड़ता है।
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इसमें इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत वार्षिक 1ण्5 लाख रुपए तक निवेश पर टैक्स पर छूट मिलती है। इस योजना के अंतर्गत हर माह एक हजार रुपए का निवेश करते हैं तो 15 साल बाद आपको तीन लाख 18 हजार रुपए मिलेंगे। इसके अतिरिक्त यदि आप दो हजार रुपए प्रति महीने निवेश करते हैं तो 15 साल बाद आपको छह लाख 37 हजार रुपए मिलेंगे। वहीं हर माह यदि आप तीन हजार रुपए का निवेश करते हैं तो आपको नौ लाख 59 हजार रुपए मिलेंगे। यदि आप पांच हजार रुपए करते हैं तो आपको पंद्रह लाख 99 हजार रुपए मिलेंगे। इस प्रकार इस योजना में निवेश करने से आपको लाभ ही मिलेगा। इसके लिए आप पोस्ट ऑफिस (Post Office) या बैंक में खाता खोल सकते हैं।