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Bholenath का अनोखा मंदिर, जहां भागे हुए प्रेमी जोड़ों को मिलती है शरण
Shangchul Mahadev Temple: पूरे देश में भगवान भोलेनाथ (Bholenath) के अनेकों मंदिर और तीर्थ-स्थल मौजूद हैं। अपने अलग-अलग महत्व के लिए सभी मंदिर काफी मशहूर हैं। इन्हीं में से एक है हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू का शंगचूल महादेव मंदिर। (Shangchul Mahadev Temple) मान्यता है कि इस मंदिर का संबंध महाभारत (Mahabharat) से है। इस मंदिर में उन प्रेमी जोड़ों को शरण मिलती है जो अपने घर से भाग आते हैं। भगवान भोलेनाथ का ये मंदिर बेहद अनोखा है। भागे हुए प्रेमी जोड़ों को यहां क्यों शरण मिलती है आइए जानते हैं।
- प्रेमी जोड़े भोलेनाथ और मां शक्ति को प्रेरणा के तौर पर देखते हैं। भगवान ने भी सदियों तक अपने प्रेम के लिए इंतजार किया था, तो मां शक्ति ने भी सदियों तक तपस्या की थी। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में स्थित ये भगवान शिव का मंदिर प्रेमी जोड़ों की मदद करता है और उनको रहने के लिए शरण भी देता है। इस मंदिर के लोगों का मानना है कि प्रेम जिस रूप में भी हो उसे अपनाना चाहिए।
- इस मंदिर में हजारों लोग पूजा-अर्चना करने आते हैं। प्रेमी जोड़ों को आश्रय देने के लिए ये मंदिर मशहूर (Famous Temple) है। दुनिया में यह मंदिर एक खास वजह से जाना जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुल्लू की सैंज घाटी में स्थित यह मंदिर 128 बीघा में फैला है। मंदिर के साथ यहां की खूबसूरती लोगों के मन को मोह लेती है।
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- देशभर से घर छोड़कर भागने वाले और शादी की इच्छा रखने वाले जोड़े इस मंदिर में आते हैं। इस मंदिर में उनके रहने की व्यवस्था की जाती है और गांव वाले भी उनका स्वागत करते हैं। मान्यता है कि जोड़े की सुरक्षा स्वंय भगवान भोलेनाथ करते हैं और अनपर कोई संकट नहीं आता। यहां पर किसी भी जाति, धर्म, समुदाय के प्रेमी जोड़े आ सकते हैं। सबके लिए एक समान रहने खाने की व्यवस्था की जाती है। यहां पुलिस भी रोक टोक नहीं करती है।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शंगचूल महादेव की शरण में कौरवों के डर से पांडव आकर छिपे थे। कौरव जब यहां पहुंचे तो भगवान शिव प्रकट हुए और कहा कि उनकी शरण में आए हुए लोगों की कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। भगवान महादेव के डर से कौरव वहां से भाग गए।
-धर्म डेस्क