-
Advertisement
साल में सिर्फ एक बार खुलता है ये मंदिर, दर्शनों से पूरी होती हैं मुरादें
भारत में कई ऐसे मंदिर (Temple) मौजूद हैं जिनकी अलग मान्यताएं हैं। वैसा ही एक अनोखा मंदिर (Unique Temple) मध्यप्रदेश में स्थित है जो कि साल में केवल एक बार ही खुलता है। बाकी दिन मंदिर बंद ही रहता है। इस अनोखे मंदिर का इतिहास (History) और इससे जुड़ी अनोखी कहानियों के बारें में आज हम आपको बताएंगे।
मंदिर का इतिहास बेहद रोचक
मध्यप्रदेश के इस मंदिर का नाम सोमेश्वर महादेव मंदिर (Someshwar Mahadev Temple) है। यह मंदिर भगवान भोले नाथ को समर्पित है। ये मंदिर एमपी के रायसेन जिले में मौजूद है और पहाड़ी की उंची चोटी पर है। सोमेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास बेहद ही दिलचस्प है। बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था। कहा जाता है कि उगते सूर्य कि किरणें जब मंदिर पर पड़ती है तो मंदिर के कुछ हिस्से सोने की भांति चमकते हैं।
यह भी पढ़े:महाराष्ट्र का अनोखा मंदिर जिसका इतिहास बना रहस्य
आजादी के बाद से बंद है ये मंदिर
कहा जाता है कि शिवजी का ये मंदिर आजादी के समय से ही एक दिन ही खुलता है। मंदिर के कपाट सिर्फ महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन ही खोले जाते हैं। कहा जाता है कि यह मंदिर साल 1947 के बाद से ही बंद है। कई लोगों का मानना है कि मंदिर और मस्जिद विवाद के चलते इस मंदिर में ताला लगा दिया है ताकि समुदायों के बीच रिश्ता न बिगड़े।
मंदिर की महत्ता
सोमेश्वर महादेव मंदिर में जाने से आज भी भक्तों (Devotees) की सारी इच्छाएं पूरी होती है। मान्यता है कि इस मंदिर में अगर सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा अर्चना कर मन्नत मांगी जाए तो वह जरूर पूरी होती है।