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इस बार करीब 15 घंटे का होगा रमजान का पहला रोजा, जानिए सहरी और इफ्तार का समय
मुसलमानों को जिस महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है वो है रमजान का महीना। इस महीने में लोग रोजा रखकर इबादत करते हैं। इस बार पहला रोजा करीब 15 घंटे का होगा। रमजान के पूरे रोजे होने के बाद ईद मनाई जाएगी। रमजान (Ramadan) का पाक महीना 13 या 14 (चांद के अनुसार) अप्रैल से शुरू होगा। रमजान की शुरुआत चांद को देखकर की जाती है। अगर 12 अप्रैल को चांद का दीदार होता है तो रोजे 13 अप्रैल से शुरू होंगे। वहीं 13 अप्रैल को चांद दिखाई देता है तो 14 अप्रैल से रमजान का पहला रोजा रखा जाएगा।
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रमजान माह शुरू होते ही मुस्लिम पूरे महीने रोजे रखेंगे। इस वर्ष गर्मी में लगभग 15 घंटे लंबा पहला रोजा होगा। जैसे-जैसे दिन बीतते जाएंगे, रोजे का समय भी बढ़ता जाएगा। रमजान का पहला रोजा 14:16 घंटे लंबा होगा, जबिक सबसे आखिरी रोजा 15 घंटे का होगा। रमजान की जंत्री के मुताबिक पहले रोजे की सहरी खत्म होने का समय सुबह 4:19 बजे तथा इफ्तार का समय शाम 6:35 बजे हैं। आखिरी रोजे की सहरी खत्म होने का समय सुबह 3:49 बजे तथा इफ्तार का समय शाम 6:49 बजे है। रमजान में सुबह सूर्य निकलने से पहले तक खाने-पीने को सहरी कहते हैं। सहरी का समय खत्म होने के बाद कुछ भी खाया-पिया नहीं जा सकता। शाम को सूर्य डूबने पर रोजा खोला जाता है, इसे इफ्तार कहते हैं। इफ्तार से सहरी तक खाने-पीने की छूट रहती है।
ये है रमजान का इतिहास
मुस्लिम धर्म की मान्यताओं अनुसार मोहम्मद साहब को साल 610 में लेयलत उल-कद्र के अलसर पर पवित्र पुस्तक कुरान शरीफ का ज्ञान प्राप्त हुआ था। तभी से रमजान को इस्लाम धर्म में पाक महीना माना जाने लगा। इस महीने में मुस्लिम लोगों में कुरान की पवित्र पुस्तक को पढ़ना काफी शुभ माना जाता है। इस माह में मुस्लिम लोग अल्लाह की इबादत में अपना अधिक से अधिक समय बिताते हैं और अपने अंदर की बुराईयों को अपने से दूर करने की कोशिश करते हैं। इस महीने में जरूरतमंदों की मदद भी की जाती है।