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हिमाचल: रोहतांग दर्रा जाना हुआ आसान, गुलाबा व कोकसर में मोबाइल ऐप से जांचे जाएंगे परमिट
Last Updated on October 1, 2021 by Vishal Rana
कुल्लू। हिमाचल के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रे में जाने के लिए पर्यटकों को अब परमिट जांच के लिए घंटों खड़े नहीं रहना पड़ेगा। पर्यटक आसानी से 13050 ऊंचे रोहतांग दर्रे का दीदार कर सकेंगे। जिला प्रशासन ने रोहतांग पास (Rohtang Pass) परमिट की वैधता जांचने के लिए एक मोबाइल ऐप बनाई है। जिला प्रशासन कुल्लू ने राष्ट्रीय सूचना, विज्ञान केंद्र (एनआइसी) हिमाचल प्रदेश के सहयोग से यह मोबाइल ऐप बनाई है।
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यह जानकारी डीसी कुल्लू (DC Kullu) आशुतोष गर्ग ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि हमने रोहतांग जाने के लिए परमिट की वैधता जांचने के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप बनाई है। इस ऐप द्वारा अब वाहनों को लंबे जाम की दिक्कत समाप्त हो जाएगी। इस ऐप से कर्मचारी परमिट को स्कैन करके चंद सैकेंड में सारा कार्य करेगा।
बता दें कि इस ऐप के माध्यम से अब आसानी से और जल्दी से परमिट की वैधता का पता चल सकेगा। इससे पहले पर्यटक वाहनों को गुलाबा व कोकसर बैरियरों पर घंटों खड़े रहकर अपने रोहतांग पास परमिट (Rohtang Pass Permit) की वैधता की जांच करवानी पड़ती थी। पहले ये काम काउंटर पर लगे कंप्यूटर द्वारा किया जाता था, जिसमें काफी समय लगता था। लेकिन अब रोहतांग परमिट मानिटर मोबाइल ऐप के माध्यम से वाहन के पास जाकर ही परमिट को स्कैन करके चंद सेकंड में पूरा कर लिया जाएगा। यही नहीं वाहन चालकों को अपना वाहन छोड़कर काउंटर पर जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्कि बैरियर पर तैनात कर्मचारी ही वाहनों के पास जाकर उनके परमिट की जांच करेंगे। कर्मचारी मोबाइल फोन से क्यू.आर कोड को स्कैन करेगा और यह केवल एक बार ही होगा। इससे अब एक ही परमिट का बार-बार इस्तेमाल करना भी असंभव हो जाएगा। यह ऐप एंड्रायड मोबाइल फोन (Android Mobile Phone) के लिए उपलब्ध करवाई गई है।
आसान होगा काम
इस एप के आने से इस सारे काम में पारदर्शिता भी आएगी और समय की भी बचत होगी। वाहनों की रोहतांग दर्रे के लिए आवाजाही की वास्तविक संख्या का भी इस एप के माध्यम से पता चलेगा। रोहतांग पास मनाली से करीब 51 किलोमीटर दूर ऊंचाई पर स्थित है।
1200 परमिट जारी होते हैं हर रोज
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के अनुसार रोजाना केवल 1200 वाहन ही रोहतांग दर्रे से गुजर सकते हैं। इसमें 800 पेट्रोल और 400 डीजल वाहनों को परमिट दिया जाता है। इसके अलावा 100 स्पेशल परमिट भी जारी किए जाते हैं जो राज्य के वाहनों के लिए होते हैं। रोहतांग पास एक ईको सेंसिटिव इलाका है। इसलिए यहां ज्यादा वाहनों का प्रवेश वर्जित है। यह परमिट हिमाचल प्रदेश पर्यटन की वेबसाइट से आनलाइन अप्लाई होते हैं।
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