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मंडी HRTC बस हादसा मानवीय भूल, मृतक चालक की पत्नी को नौकरी के आदेश जारी
शिमला। हिमाचल के मंडी जिला के पंडोह में हुआ एचआरटीसी बस हादसा (Mandi HRTC Bus Accident) मानवीय भूल थी। यह खुलासा हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट आने के बाद परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने किया है। उन्होंने बताया कि 4 अप्रैल, 2022 को हुए मंडी बस हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। रिपोर्ट में दुर्घटना का कारण मानवीय भूल (Human Error) बताया गया है। हालांकि इस दुर्घटना की सघन जांच के लिए जिला दंडाधिकारी मंडी को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी बस हादसे में दुर्घटनाग्रस्त बस की 2 अप्रैल, 2022 को कार्यशाला में चालक (Driver) द्वारा दिए गए प्रत्येक दोष की मुरम्मत की गई थी तथा 3 अप्रैल को यह बस शिमला-मनाली रूट पर तैनात की गई थी। कार्यशाला में चालक द्वारा दिए गए दोषों की मुरम्मत के लिए प्रत्येक कलपुर्जा भंडार में उपलब्ध था।
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इसी तरह से परिवहन मंत्री ने कहा कि चंबा में हुआ बस हादसा (Chamba Bus Accident) बैटरी की तारों में ईंधन आपूर्ति पाइप के पास शॉर्ट सर्किट होने के कारण हुआ है। इस हादसे में कोई भी हताहत नहीं हुआ है। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि मंडी बस दुर्घटना में मृतकों व घायलों को तुरंत अंतरिम राहत प्रदान की गई। परिवहन निगम द्वारा मृतक चालक के परिवार और मृतक व्यक्ति (यात्री) के परिवार को 25-25 हजार रुपये एवं अन्य घायलों को 1.31 लाख रुपये की फौरी राहत दी गई।
मृतक चालक नंद किशोर की पत्नी को 5 दिन में दे दी सरकारी नौकरी
4 अप्रैल को एचआरटीसी की बस दुर्घटना में सवारियों की जान बचाने के लिए जिस चालक ने अपने प्राणों की आहूति दीए सरकार ने उसे सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए मात्र 5 दिनों में उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी के आदेश जारी कर दिए हैं। आज एचआरटीसी के मंडलीय प्रबंधक संतोष कुमार ने इस संदर्भ में अधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं। दिवंग्त चालक नंद किशोर की 25 वर्षीय पत्नी को एचआरटीसी में चपरासी के पद पर अनुबंध आधार पर नियुक्ति दी गई है। बता दें कि स्वण् नंद किशोर के घर में बूढ़ी मांए मानसिक रूप से बीमार बड़ा भाईए पत्नी और 6 व 3 वर्ष के दो बच्चे हैं। नंद किशोर पूरे परिवार का सहारा थाए लेकिन सवारियों को बचाने के लिए उसने अपने प्राणों की आहूति दे दी।
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