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बवाल मचने के बाद बोले विक्रमादित्य- बीजेपी आईटी सेल में मेरे बयान को तोड़- मरोड़ कर पेश किया
Last Updated on October 3, 2021 by Deepak
शिमला। जब भी चुनाव होते हैं तो एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी के दौर रहता है। हिमाचल में भी उपचुनाव के लिए सरगर्मियां तेज हुई है। इसी बीच शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह द्वारा कर्मचारियों के खिलाफ दिए तल्ख बयान से बवाल खड़ा हो गया है। बीजेपी की ओर से जब विक्रमादित्य सिंह के इस बयान की आलोचना होने लगी तो विक्रमादित्य सिंह ने आज अलसुबह अपने बयान को लेकर सफाई दी है। अपने फेसबुक पर पेज पर वीडियो के माध्यम से विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उनके बयान को बीजेपी के आईटी सेल ने तोड़- मरोड़ कर पेश किया है। ये दुर्भाग्य पूर्ण है। हमें कर्मचारी हितैषी होने का सर्टिफिकेट बीजेपी से लेने की जरूरत नहीं है। पूरा प्रदेश इस बात को जानता है कि केवल कांग्रेस की सरकार ने अनुबंध कर्मचारियों के हित में काम किए हैं। कांग्रेस हमेशा कर्मचारियों और अध्यापकों के हित में काम करती रही है।
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कांग्रेस अधिकारियों व कर्मचारियों की हितैषी
विक्रमादित्य सिंह ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने कभी भी अधिकारियों या कर्मचारियों के खिलाफ ऐसी कोई टिप्पणी या बयान नहीं दिया है जो उनकी भावना को ठेस पहुंचाता हो,जैसे कि बीजेपी दुष्प्रचार कर रही है। कांग्रेस हमेशा ही अधिकारियों व कर्मचारियों की हितैषी रही है। यही वजह रही है कि प्रदेश में वीरभद्र सिंह के शासनकाल के दौरान हमेशा ही सरकार व प्रशासन के बीच सौहार्द सम्बंध रहें है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि आज बीजेपी के इस शासनकाल में सरकार व प्रशासन के बीच जो खाई पैदा हो रही है, उसे सब जानते है। सरकार और शासन में ना तो कोई समन्वय ही है और ना ही कोई सौहार्द है।आज जिस प्रकार से बीजेपी के नेता,मंत्री अधिकारियों, कर्मचारियों को डराते धमकाते है, वह सर्वविदित है। प्रदेश के मुख्य सचिव के साथ दुर्व्यवहार किया जाता रहा है, उससे सभी वाकिफ़ है। कुछ मुट्ठी भर अधिकारी, कर्मचारी जो आज बीजेपी के एजेंट बनकर सत्ता का दुरुपयोग कर रहे है,उनके खिलाफ वह पहले भी बोलते रहें है और आगे भी बोलेंगे। विक्रमादित्य ने कहा कि अधिकारी, कर्मचारी किसी भी पार्टी के नही होते,वह सरकार का प्रमुख अंग होते है जो शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाते है।विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज प्रदेश में बीजेपी सरकार में जिस प्रकार अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है कांग्रेस उसे सत्ता से बाहर कर प्रदेश के लोगों को भी इस कुशासन से मुक्ति दिलाएगी। उन्होंने कहा कि वह कर्मचारियों के हितैषी हैं। लेकिन जो कर्मचारी आज बीजेपी सरकार का पिट्ठू बन समर्थन कर रहे हैं उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
ये था विक्रमादित्य सिंह का बयान
विक्रमादित्य सिंह ने जनसभा के मंच पर आक्रामक तेवर दिखाते हुए कहा कि प्रदेश के ऐसे कर्मचारी, अधिकारी और शिक्षक जो राजनीतिक द्वेश की भावना से काम कर रहे हैं उन्हें पटक-पटक कर दूसरे कोने में ट्रांसफर किया जाएगा। कई कर्मचारी, अध्यापक और अधिकारी 20-20 का मैच खेल रहे हैं। प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। यह सोचकर उनके नेताओं का गुणगान कर अपनी ट्रांसफर रुकवाने में लगे हुए हैं। जिस दिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी पकड़-पकड़ दूसरे कोने में भेजा जाएगा। राजनीतिक द्वेष की भावना से काम करने वाले कर्मचारी यह न समझे की विक्रमादित्य सिंह को कुछ भी पता नहीं ऐसा सोचना गलत है। विक्रमादित्य सिंह को सब पता है। हमारी नजर गिद्द की नजर है। पत्थर के अंदर से निकाल निकाल कर हिसाब करेंगे।
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