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हिमाचल में इस बार नहीं डाल पाएंगे फर्जी वोट, मतदान केंद्र पर स्कैन होंगी वोटर स्लिप
मंडी। हिमाचल में कल विधानसभा चुनाव (Himachal Vidhan Sabha Election) के लिए मतदान (Vote) होने वाला है। पारदर्शी और निष्पक्ष मतदान करवाने के लिए चुनाव आयोग (Election Commission) ने इस बार बड़ा कदम उठाया है। आयोग ने मतदान की रियल टाइम मानिटरिंग करवाने की तैयारी की है। इसके तहत पहली बार वोट डालने आए मतदाता की पहचान क्यूआर कोड के द्वारा की जाएगी। इस प्रक्रिया को कांगड़ा, शिमला मंडी और हमीरपुर में एक एक विधानसभा क्षेत्र में अपनाई जाएगी। चुनाव आयोग ने फर्जी वोटिंग और अन्य गड़बड़ियों को रोकने के लिए यह नई पहल शुरू की है। मंडी सदर विधानसभा के बूथ पर क्यूआर कोड (QR Code) वोटर स्लिप का उपयोग होगा।
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मतदाता जैसे ही वोटर पर्ची लेकर बूथ पर जाएगा वहां मतदान अधिकारी एप के माध्यम से उसकी वोटर स्लिप (Voter Slip) स्कैन करेगा। वोटर स्लिप स्कैन करते ही मतदाता की पूरी जानकारी पोलिंग स्टाफ के सामने आ जाएगी। इससे अधिकारी मतदाता की उपस्थिति मार्क कर सकेगा। इससे चुनाव करवाने वाले अधिकारियों को मतदाता की पहचान स्थापित करने और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने में काफी मदद मिलेगी। इससे रियल टाइम वोटिंग परसेंट (Real Time Voting Percentage) व बूथ पर हुई वोटिंग का भी पता चल सकेगा।
बता दें कि यह ऐप बिना इंटरनेट सुविधा के भी काम करती रहेगी। अगर कोई मतदाता उपस्थिति दर्ज करने के बाद भी मतदान से मना कर देता है तब भी ऐसे मामले को दर्ज किया जा सकता है। मंडी सदर के अलावा हमीरपुर जिले के हमीरपुर, कांगड़ा जिले के धर्मशाला और शिमला जिले के शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र में क्यूआर कोड वोटर स्लिप का उपयोग होगा। अधिक जानकारी देते हुए सहायक निर्वाचन अधिकारी मंडी सदर रितिका जिंदल ने बताया कि मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र के बूथों पर क्यूआर कोड से मतदाताओं की पहचान की जाएगी। इससे फर्जी वोटिंग पर रोक लगेगी। वोटर स्लिप को स्कैन किया जाएगा। इससे मतदान प्रतिशतता का भी सही पता चलेगा।