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Nadda के घर में एम्स निर्माण में लगी कंपनी के खिलाफ क्यों तल्ख हुए ग्रामीण-जाने
बिलासपुर। हिमाचल (Himachal) के जिला बिलासपुर के कोठीपुरा में एम्स अस्पताल (AIIMS HOSPITAL) के निर्माण में लगी कंपनी के खिलाफ स्थानीय पंचायतों के ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है। ग्रामीणों ने आज रोजगार को लेकर अनदेखी का आरोप लगाते हुए निर्माणाधीन एम्स अस्पताल के गेट नंबर 01 की सड़क पर कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बीच सड़क धरना दिया और जमकर नारेबाजी की। सिक्योरिटी गार्ड (Security Guard), सफाई कर्मी और चपड़ासी सहित अन्य पदों पर एम्स अस्पताल निर्माण में प्रभावित हुए परिवारों के सदस्यों को रोजगार देने के वादे के बावजूद अन्य राज्यों के लोगों को नियुक्ति देने पर साथ लगती तीन पंचायतों के लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिली।
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राजपुरा, कोठीपुरा व नोवा पंचायत के ग्रामीणों ने एकजुट होकर एम्स अस्पताल के गेट नंबर 01 की हल्ला बोला। प्रभावित लोगों को रोजगार (Employment) देने की मांग की। वहीं, स्थानीय ग्रामीणों व पंचायत के पूर्व प्रधानों का कहना है कि एम्स निर्माण के दौरान प्रभावित परिवारों के घर के सदस्यों को चतुर्थ श्रेणी (Fourth Class) के पदों पर रोजगार देने का कंपनी व सरकार ने वादा किया था, मगर ऐसा नहीं हो रहा है। इन पदों पर अन्य राज्यों के लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, जोकि सरासर गलत है। जब तक प्रभावित परिवारों के सदस्यों को रोजगार नहीं मिल जाता तब तक धरना जारी रहेगा। वहीं, 4 घंटे तक चले ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद एनसीसी कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों का धरना खत्म हुआ। वहीं, एनसीसी (NCC) कंपनी के अधिकारी मीडिया के सामने कोई भी बयान देने से बचते दिखाई दिए।
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