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क्यों हो जाता है आसमान पीला या नारंगी? सांइस के नजरिए समझे पूरा माजरा
हम सभी जानते हैं कि आसमान का रंग नीला होता है। लेकिन कभी-कभी ये आपको नारंगी या पीला भी दिखाई देता है। दरअसल जब सूर्य का प्रकाश वायुमंडल के प्रभाव में आता है तो नीला दिखाई देता है। वैसे ही जैसे ही सूर्य का रोशनी वायुमंडल में गैसों के कणों से टकराती है तो प्रकाश इंद्रधनुष के सभी रंगों में बंट जाता है। इस प्रभाव को रेले स्कैटरिंग के रुप में जाना जाता है। लॉर्ड रेले ने इसकी खोज की थी। इसलिए इसे ये नाम दिया गया।
आसमान में जब सूर्य ऊंचाई में होता है तो आसमान सफेद नजर आता है
प्रकाश ऊर्जा की तरंगों के रुप में यात्रा करता है, जो सूर्य के प्रकाश के अलग होने पर सभी जगह बिखर जाती हैं। नीले रंग की रोशनी स्पेक्ट्रम पर किसी भी अन्य रंग की तुलना में अधिक बिखरती इसी वजह से वो नीला दिखाई देता हैं। वहीं आसमान में जब सूर्य ऊंचाई में होता है तो आसमान सफेद नजर आता है, जो इसका असली रंग है। वैसे ही हम सूर्योदय और सूर्यास्त के समय अधिक लाल रंग का सूर्य देखते हैं।
आसमान का रंग अलग-अलग रंगों में दिखना सामान्य बात है, जैसे लाल-पीला या गुलाबी। हालांकि कभी-कभी आकाश कुछ और असमान्य रंगों में दिखाई देता है, ये कुछ लोगों को भ्रमित कर सकता है। द सन की रिपोर्ट के अनुसार 24 मार्च 2022 को धूल के बादलों ने लंदन के आसमान को नारंगी कर दिया । ये सहारा से आई धूल की वजह से हुआ । मौसम कार्यालय के मुताबिक ये यूके में आम बात है और ये तब होता है जब सहारा से आए धूल के तूफान के कण दक्षिणी हवा के पैटर्न से मिलते हैं। लेकिन यह खूबसूरत दिखने के साथ ही कुछ लोगों की सेहत के लिए खतरनाक भी हो सकता है।