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आज के दिन व्रत रखने से पूरी होती हैं मनोकामना, मिलेगा सुख और मोक्ष
सावन का महीना (Saavan) चल रहा है। इसमें कई धार्मिक दिवस आते हैं। यह महीना शिवजी (Lord shiva) के पूजन का तो है ही इसके साथ अन्य धार्मिक दिवस भी आते हैं, जिनका शास्त्रों में बहुत ही ज्यादा महत्व है। इसी प्रकार इसी माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) भी है।
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इस बार की कामिका एकादशी आज है। कामिका एकादशी का शास्त्रों में बहुत ही ज्यादा महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। आज के दिन श्रीधर, हरि, विष्णु (Vishnu), माधव और मधुसूदन आदि नामों से भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। आज का दिन भक्तों को सुबह से ही भगवान विष्णु की पूजा करना चाहिए। वहीं, व्रत पारण का समय 25 जुलाई को सुबह पांच बजकर 38 मिनट से आठ बजकर 22 मिनट तक है।
मान्यता है कि इस भगवान विष्णु का तन-मन-धन से पूजन करने पर सब मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। आज के दिन भगवान विष्णु अपने भक्तों के सारे कष्टों को हर लेते हैं। इसलिए दिन का खास महत्व है और भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए।
सावन माह में आने वाला यह दिन बेहद खास है। इस संबंध में नारद और ब्रह्मा के संवाद में भी बताया गया है। उसमें वर्णित है कि कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) का व्रत करने से पृथ्वि व गोदान के बराबर फल मिलता है। इसके साथ समग्र देवी-देवताओं का पूजन भी हो जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा तुलसी की मंजरियों से करनी चाहिए। ऐसा करने से जन्म भर के पापों से मुक्ति मिलती है।
वहीं, तुलसी की मंजरियों को श्रीहरि के चरणों में चढ़ाने मोक्ष भी मिल जाता है। आज के दिन तिल अथवा घी से दीपक जलाना चाहिए। यह दीपक दिन-रात ही जलना चाहिए। आज के दिन व्रत करने से पितर इस व्रत के प्रभाव से अमृतपान भी करते हैं। कामिका एकादशी वृद्धियोग आज सुबह से दोपहर दो बजकर दो मिनट तक बन रहा है। इसी ध्रुव
योग भी दो बजकर दो मिनट पर शुरू होगा। वहीं, द्विपुष्कर योग रात दस बजे से 25 जुलाई सुबह पांच बजकर 38 मिनट तक रहेगा। जबकि, रोहिणी नक्षत्र आज रात दस बजे तक रहेगा और उसके बाद मृगशिरा नक्षत्र शुरू हो जाएगा।