-
Advertisement
Solan में हड़ताल पर बैठे 120 सफाई कर्मचारी, ये है मांगें
सोलन। नगर परिषद सोलन में 120 सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लामबंद हो गए हैं। रेगुलर करने व तनख्वाह (Salary) बढ़ाने की मांग को लेकर इन सफाई कर्मचारियों नगर परिषद के रेस्टहाउस के पास ही डेरा जमा लिया है। हड़ताल (Strike) पर बैठे ये कर्मचारी लोग शहरी आजीविका मिशन के तहत काम कर रहे हैं जबकि इनकी मांग है कि इन्हें नगर परिषद अपने पास डायरेक्ट रखे व इन्हें रेगुलर करने के साथ तनख्वाह में भी वृद्धि करे।
यह भी पढ़ें: 58 एडवोकेट के लाइसेंस रद, Shanta को लगता है Fake Degrees के तार Himachal से जुड़े
गौरतलब है कि इस समय सोलन ने 15 वार्ड हैं व सफाई का जिम्मा करीब 200 सफाई कर्मचारियों के पास हैं। इसमें से 80 के करीब रेगुलर हैं व बाकी सीएलसी (शहरी आजीविका मिशन) के तहत लगे हुए हैं। घर-घर से कूड़ा उठाने सहित शहर में सफाई की जिम्मेदारी भी इनके पास है। इनका कहना है कि अगर नगर परिषद ने जल्द ही उनकी मांगों का कोई हल नहीं निकाला तो ये लोग कड़ा रुख अख्तियार कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो आने वाले दिनों में सोलन में कूड़े के अंबार दिखने को मिलेंगे।अपनी इन्हीं मांगों को लेकर सफाई कर्मियों द्वारा हड़ताल करने से शहर में आज डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित नहीं हो पाया है।
यह भी पढ़ें: Big Breaking: पटवारी भर्ती परीक्षा मामले में प्रदेश सरकार को बड़ी राहत,सभी आरोप खारिज
कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें कम वेतन दिया जा रहा है और उन्हें पक्का भी नहीं किया जा रहा। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें 10 से 12 साल नगर परिषद में ठेकेदार के अधीन कार्य करते हुए हो गए हैं। लेकिन महंगाई के इस दौर में उन्हें जो वेतन मिल रहा है वह काफी कम है। ऐसे में उन्हें अपनी रोजी-रोटी चलाने में कठिनाई हो रही है। इस मामले को लेकर बुधवार को ठेकेदार के अधीन सभी सफाई कर्मचारी नगर परिषद के बाहर बैठ गए और उन्होंने कार्य नहीं किया। कर्मचारियों ने मामले को लेकर एक ज्ञापन भी तैयार किया और नगर परिषद के उच्च अधिकारियों को सौंपा।नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी ललित कुमार ने कहा कि उनके कार्यालय पहुंचने से पहले कर्मचारी इस प्रकार से नगर परिषद के बाहर एकत्रित हुए थे। जिन्हें दोबारा ऐसा न करने की चेतावनी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को दैनिक भोगी कर्मचारी बनाने का कार्यक्षेत्र उनका नहीं है वे इस मामले में उनकी मांग नगर परिषद के हाउस के माध्यम से सरकार तक पहुंचा देंगे।