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स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती हैं यह पांच आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां
दुनियाभर में विज्ञान बहुत तरक्की कर रहा है। स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए वैज्ञानिकों ने कई तरह की दवाइयों का आविष्कार किया है। अंग्रेजी दवाइयों के साइड इफेक्ट भी बहुत होते हैं। पेनकिलर लगातार लेने से किडनी और लीवर पर बुरा असर पड़ सकता है। वहीं, आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा विज्ञान है। आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती हैं, जो हमें शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रहने में मदद करती हैं। आयुर्वेदिक (ayurvedic) औषधियों से बिना किसी दुष्प्रभाव के किसी भी बीमारी को ठीक भी किया जा सकता है।
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स्वास्थ्य के लिए यह पांच आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां बेहद फायदेमंद होती हैं। हल्दी एक जाना-माना भारतीय मसाला है। हल्दी (turmeric) को हर तरह के खाने में इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं। हल्दी में पाया जाने वाला प्रमुख तत्व करक्यूमिन होता है। आयुर्वेदिक ज्ञान के अनुसार, करक्यूमिन मानव शरीर में वात, कफ और पित्त जैसे तीन दोषों को संतुलित करने का काम करता है। इसके अलावा हल्दी में मौजूद तत्व करक्यूमिन जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द और जकड़न में भी राहत देता है। हल्दी शरीर में हुए घावों को ठीक करने में भी मदद करती है। इसके अलावा हल्दी का इस्तेमाल सर्दी और गले में खराश के लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है। वहीं, खाने में इस्तेमाल होने वाले जीरा (cumin) भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। जीरे में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कि ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा जीरा त्वचा व हृदय संबंधी बीमारियों और वजन घटाने में भी मदद करता है।
वहीं, आयुर्वेदिक जड़ी बूटी ब्राह्मी (Waterhyssop) को खासतौर पर दिमाग को तेज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ब्राह्मी का इस्तेमाल सीखने की क्षमता में सुधार करने, सूजन को कम करने व ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने के लिए भी किया जाता है। ब्राह्मी को आमतौर पर चिंता व तनाव जैसे लक्षणों के उपचार करने के लिए किया जाता है। वहीं, अश्वगंधा (Ashwagandha) भी चिंता और तनाव को कम करने में मदद करता है। आमतौर पर अश्वगंधा का इस्तेमाल व्यक्ति के शरीर व दिमाग को शांत करने और ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा आयुर्वेदिक जड़ी बूटी त्रिफला (Triphala) के कई औषधीय गुण हैं। इसमें खासतौर से आंवला, हरीतकी और बिभीतकी जैसी तीन साम्रगियां होती हैं। त्रिफला अपने एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। त्रिफला को दांतों के रोगों और पाचन समस्याओं को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
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