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श्रम कानूनों में किए जा रहे बदलाव की तपिश पहुंची हिमाचल, CITU ने प्रदेशभर में किया प्रदर्शन
हिमाचल अभी अभी टीम। केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों में किए जा रहे बदलाव के विरोध में आज प्रदेश भर में सीटू (CITU) ने विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर सीटू के अलावा 11 विभिन्न अन्य संगठनों के लोगों ने मिलकर रैलियां निकाल और नारेबाजी करते हुए किया। इस दौरान मजदूरों ने थालियां बजाकर अपना रोष प्रकट किया। इस दौरान हमीरपुर में कम्यूनिष्ट पार्टी ने भी सीटू के साथ मिलकर केंद्र सरकार को जमकर कोसा। प्रदेश भर में रैली और प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने अपने हक के लिए गुहार लगाई। प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना है कि आने वाले समय में मजदूरों की समस्याएं बढ़ती जाएंगी और मजदूरों का भविष्य अंधकारमय बन जाएगा।
हमीरपुर में थालियां बजाकर किया विरोध प्रदर्शन
हमीरपुर (Hamirpur) बाजार में सीटू द्वारा श्रम कानून (labor laws) में बदलाव के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन की अगवाई सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ कश्मीर सिंह ठाकुर ने की। गांधी चौक हमीरपुर में काफी देर तक सीटू कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन (Protest) कर मांगों को पूरा करने की मांग की। कश्मीर सिंह ने कहा कि उन्होंने सरकार से मांग की है कि मजदूरों के हित में कानून को बनाया जाएए क्योंकि देश के बडे पूंजीपतियों के हित के लिए मजदूरों का शोषण किया जा रहा है जिसे सीटू कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी।
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कुल्लू में श्रम कानून के विरोध में किए गए प्रदर्शन में लिया सैंकड़ों मजदूरों ने भाग
जिला कुल्लू (Kullu) में भी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की संयुक्त समन्वय समिति जिला कुल्लू द्वारा सीटू कार्यालय कुल्लू से सैंकडों मजदूरों ने रैली निकाली और जिलाधीश कार्यालय के वाहर विरोध प्रदर्शन किया। समिति के संयोजक राजेश ठाकुर ने बताया कि श्रम कानूनों में बदलाव से भारत व हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के करोड़ों मजदूरों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इससे देश के लगभग 73 प्रतिशत मजदूर श्रम कानूनों के दायरे से बाहर हो जाएंगे। औद्यौगिक मजदूरों की स्थिति बंधुआ मजदूरों की तरह हो जाएगी। काम के घंटे आठ से 12 होने से मजदूरों का शोषण और बढ़ेगा और एक तिहाई मजदूर रोजगार से वंचित हो जाएंगे।
भारतीय ट्रेड यूनियन की सिरमौर कमेटी ने केंद्र सरकार के खिलाफ बोला हल्ला
नाहन। भारतीय ट्रेड यूनियन की जिला सिरमौर संयुक्त समिति द्वारा बुधवार को जिला मुख्यालय नाहन में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। 18 सूत्रीय मांगों को लेकर ट्रेड यूनियनों ने डीसी कार्यालय के बाहर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सीटू सिरमौर सिरमौर कमेटी के महासचिव राजेंद्र ठाकुर व इंटक के जिलाध्यक्ष सुभाष शर्मा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने श्रम कानूनों में बदलाव सहित विभिन्न मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी डीसी सिरमौर के माध्यम से नरेंद्र मोदी को भेजा। इस दौरान ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार पर मजदूर की अनदेखी करने के भी आरोप लगाए।
सोलन में गरजी सीटू बोली उद्योगपितयों को फायदा पहुंचाने की हो रही साजिश
सीटू की सोलन (Solan) जिला कमेटी ने भी प्रदेश भर में किए जा रहे श्रम कानून के बदलाव को लेकर किए जा रहे विरोध में हिस्सा लिया। इस दौरान सोलन जिला में श्रम कानूनों में किये जा रहे संशोधनों के विरुद्ध जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। सीटू का मानना है कि श्रम कानूनों में किये जा रहे यह बदलाव पूर्णतः मजदूर विरोधी हैं। इन बदलावों से भारत व हिमाचल प्रदेश के करोड़ों मजदूरों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इनसे देश के मजदूर वर्ग का लगभग 73 प्रतिशत हिस्सा श्रम कानूनों के दायरे से बाहर हो जाएगा। देश के 44 श्रम कानूनों को खत्म करके केवल 4 लेबर कोडों में तबदील किया जाएगा, जिससे नियोक्ताओं को फायदा होगा व मजदूरों का शोषण और ज़्यादा गहरा होगा।
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