-
Advertisement
ऑक्सीजन की हिमाचल के इस जिला में अब नहीं होगी कमी, कुछ ऐसा हो गया है जुगाड़
Last Updated on April 16, 2021 by Vishal Rana
सुंदरनगर। केंद्र सरकार के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक (Shri Lal Bahadur Shastri Medical College Nerchowk) में अब हर बिस्तर तक मरीजों को ऑक्सीजन (Oxygen) पहुंचाई जाएगी। इससे कोरोना संक्रमित मरीजों (Corona Infected Patients) के लिए ऑक्सीजन की कमी (Oxygen Deficiency) जिले में नहीं रहेगी। नेरचौक मेडिकल कॉलेज में अपना ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो गया है और जल्द ही सुविधा देने जा रहा है। वहीं जिला के अन्य डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर (DCCC) के लिए भी अतिरिक्त ऑक्सीजन की व्यवस्था विभाग ने कर ली है। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों को सुविधा प्रदान करने के लिए संपूर्ण देश में 150 नए ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा दी गई है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के 7 विभिन्न अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए हैं।
यह भी पढ़ें: मेडिकल कॉलेज नेरचौक में बंद हो सकती ओपीडी! सिर्फ कोरोना मरीजों का होगा उपचार
मंडी में 600 से अधिक मामले कोरोना संक्रमण के हैं। अधिकतर मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। इससे पहले लगभग डेढ़ वर्ष मेडिकल कॉलेज नेरचौक बतौर डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के तौर पर भी कार्य कर चुका है और अनलॉक होने के बाद हाल ही में इसमें दोबारा ओपीडी शुरू कर दी गई थी। पहले नेरचौक मेडिकल कॉलेज में मैनीफॉल्ड प्लांट से सिलेंडर को जोड़कर ऑक्सीजन देने की व्यवस्था थी, जिसमें खामियां थी। इसके बाद अब यहां पर एक करोड़ रुपये की लागत से ऑक्सीजन प्लांट बना दिया है। इससे नेरचौक में अब ऑक्सीजन तैयार होगी।
यह भी पढ़ें: हिमाचल दिवसः कोरोना वार्रियर्स को मिलेगा 1500 रुपए मानदेय, होटल इंडस्ट्री को भी राहत
मेडिकल कॉलेज नेरचौक में स्थापित (Oxygen Plant) ऑक्सीजन प्लांट 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन तैयार करेगा। इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन अनुबंध पर कर्मचारी नियुक्त करेगा। इससे सीधी ऑक्सीजन मरीज के बिस्तर तक जाएगी। वहीं बीबीएमबी (BBMB) और सीएचसी रत्ती अस्पताल जिन्हें डीसीसीसी बनाया जा गया है वहां भी 100 सिलेंडर की व्यवस्था है। अगर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े तो ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी को अतिरिक्त व्यवस्था करने के आदेश भी दिए गए हैं। जिससे अगर अन्य अस्पतालों में मरीज रखें जाएं, तो वहां पर ऑक्सीजन देने में कोई दिक्कत न हो। मेडिकल कॉलेज नेरचौक के वरिष्ठ मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ जीवानंद चौहान ने ये जानकारी दी।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group