-
Advertisement
हिमाचल: मुख्य अध्यापकों का पदोन्नति कोटा 50:50 करने पर जताया एतराज, रखी जल्द पद भरने की मांग
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश मुख्य अध्यापक संवर्ग अधिकारी संघ ने प्रधानाचार्य प्रमोशन कोटे को 50:50 यथावत रखने व टीजीटी कैडर (TGT Cadre) को 60:40 की प्राथमिकता दिए जाने की मांग उठाई है। हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा प्रधानाचार्य कोटे के फीडिंग काडर प्रमोशन अनुपात में बदलाव की प्रक्रिया शुरू की गई है। जिसको लेकर विभिन्न संघों ने बैठक कर आगामी रणनीति पर चर्चा करना शुरू कर दी है। इस कड़ी में 15 नवंबर 2021 को हिमाचल प्रदेश मुख्य अध्यापक संवर्ग अधिकारी संघ की शिमला में शिक्षा निदेशक के साथ बैठक भी प्रस्तावित की गई है।
ये भी पढ़ें-हिमाचल में नौकरियां: ऊना व शिमला में भरे जाने हैं 50 पद , यहां पढ़े डिटेल
हिमाचल प्रदेश मुख्य अध्यापक संवर्ग अधिकारी संघ के अध्यक्ष विजय गौतम ने बताया कि वर्तमान में प्रधानाचार्य की पदोन्नति मुख्य अध्यापकों और प्रवक्ताओं से होती है और मुख्य अध्यापकों का फीडर काडर टीजीटी है। इस काडर की संख्या लगभग 23000 से ऊपर है। उन्होंने कहा कि यह प्रमोशन अनुपात साल 1992 में 60:40 था और साल 2008 में इसको 50- 50 किया गया। उन्होने कहा कि वर्षों तक सेवाएं करने के बाद टीजीटी को मुख्य अध्यापक की पदोन्नति मिलती है। उसके बाद उसे प्रधानाचार्य पद मिलता है, लेकिन विभाग उसे भी बंद करने पर तुला हुआ है जोकि टीजीटी कैडर के साथ अन्याय किया गया है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष गौतम ने कहा कि संघ मांग करता है कि वर्तमान में टीजीटी संख्या को देखते हुए मुख्य अध्यापकों और प्रवक्ताओं का पदोन्नति कोटा 60:40 किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में साल 2017 से प्रधानाचार्य प्लेसमेंट पर कार्य कर रहे हैं और लगभग 300 पद प्रधानाचार्य और 250 पद मुख्य अध्यापकों के रिक्त पड़े हैं। जिस कारण बहुत से मुख्य अध्यापक और प्रधानाचार्य बिना पदोन्नति की सेवानिवृत्त हो रहे हैं। संघ ने रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरे जाने के लिए मांग उठाई है।