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शिमला ईपीएफ के दफ्तर में सीबीआई की रेड, अधिकारी से कड़ी पूछताछ, रिकॉर्ड जब्त
शिमला। ईपीएफ ऑफिस (EPF office) में सीबीआई की टीम ने छापामारी की है। कसुम्पटी स्थित ईपीएफ निदेशालय में सीबीआई (CBI) ने रेड मारी है। जानकारी के अनुसार सीबीआई के अधिकारी रिकॉर्ड (Record) अपने साथ ले गए हैं। प्राइवेट संस्थाओं और कॉन्ट्रैक्टरों के तहत काम करने वाले कर्मचारियों के ईपीएफओ खातों (EPFO Accounts) से छेड़छाड़ का अंदेशा है। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने सोमवार शाम कसुम्पटी स्थित ईपीएफओ के दफ्तर में जाकर वहां एक बड़े अधिकारी से बात की और पूछताछ करने के बाद अपने साथ 5 से अधिक फाइलें लेकर गई है। टीम फिलहाल जांच की जा रही है।
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राजधानी शिमला (Shimla) में जहां एक तरफ विधानसभा का सत्र चला हुआ है और विधानसभा का घेराव हो रहा था, वहीं दूसरी तरफ ईपीएफ के दफ्तर में सीबीआई के रेड से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इस रेड (Raid) से ईपीएफ के दफ्तर में हड़कंप मच गया। सीबीआई की टीम शाम को दफ्तर में पहुंची और सीधे बड़े अधिकारी के कमरे में जाकर पूछताछ करने लगी और उनसे जांच संबंधित फाइलें लेकर चली गई । सीबीआई की रेड किस संबंध में थी, अभी यह जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन ईपीएफ में हुई गड़बड़ियों को लेकर यह जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि लोगों की शिकायतों के बाद सीबीआई ने वहां रेड की थी।
करसोग पुलिस का छापा, एक क्लीनिक सीज
करसोग। करसोग के एक स्थानीय ट्रक चालक द्वारा झोलाछाप डाक्टरों के दवाओं के अवैध धंधे के बारे में वीडियो जारी करते हुए खुलासा किया था कि किस तरह करसोग में नशे की दवा बेच रहे हैं। मामले पर डीएसपी करसोग गीतांजली ठाकुर ने संज्ञान लेते हुए दो जगहों पर दबिश दी, जिसमें उपमंडल करसोग के सेरी बंगलो में अवैध रूप से चल रहे झोलाछाप डाक्टर के क्लीनिक को सीज कर उक्त व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। व्यक्ति की पहचान सुफल मजूमदार निवासी बंगाल के रूप में हुई है। डीएसपी ने एक अन्य स्थान पर दबिश देकर दुकान के दस्तावेज जांचे व दवा की लिस्ट जांचीए जिसमें कुछ ऐसी दवाइयां पाई गई हैं जिन्हें बिना िचकित्सकों के परामर्श के बेचना गैरकानूनी है।
डीएसपी करसोग गीतांजली ठाकुर ने बताया कि रविवार को ट्रक चालक की सूचना के आधार पर सेरी बंगलों में अवैध रूप से चल रहे क्लीनिक पर कार्रवाई कर उसे सीज किया है। क्लीनिक मालिक बिना किसी दस्तावेज के क्लीनिक चला रहा था। क्लीनिक मालिक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। देर शाम एक अन्य स्थान कामाक्षा में भी एक क्लीनिक की जांच करने पर पाया गया कि क्लीनिक कुछ ऐसी दवाइयां भी बेचता है जिन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है और बिना िचकित्सकों की सलाह नहीं बेचा जा सकता है । मामले पर जांच जारी है।