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बड़ी खबरः जिस उद्योग की खांसी-जुखाम की दवा से बच्चों की किडनी हुई खराब, वहां की छापामारी
Last Updated on February 17, 2020 by Sintu Kumar
नाहन। औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में सोमवार को सेंट्रल ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया की टीम कालाअंब के दवा उद्योग में पहुंची। इस दौरान सेंट्रल और स्टेट ड्रग की टीम ने छापेमारी कर दवाइयों के सैंपल भरे और जांच को प्रयोगशाला भेजा। टीम ने उद्योग का रिकार्ड भी चैक किया। साथ ही जरूरी रिकार्ड राज्य ड्रग कंट्रोलर की टीम ने अपने कब्जे में लिया। टीम ने आवश्यक रिकार्ड तुरंत मांगा, मगर उद्योग प्रबंधन वह दे नहीं पाया। लिहाजा, उद्योग के उत्पादन को भी बंद करवा दिया है। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के स्टेट ड्रग कंट्रोलर की ओर से प्राप्त पत्र के बाद की गई है। टीम ने उद्योग से कोल्ड बेसड सिरप की करीब 300 शीशियां जब्त की हैं। टीम ने इन दवाइयों के सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे। साथ ही कंपनी के रिकॉर्ड को भी खंगाला।
उधर, हिमाचल प्रदेश राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाहा ने बताया कि उद्योग में बनी सभी दवाइयों के सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए हैं। उद्योग का रिकॉर्ड चैक कर उनकी वैरीफिकेशन की गई है। कंपनी से कुछ आवश्यक रिकॉर्ड तुरंत मांगा गया, जिसे वह उपलब्ध नहीं करवा पाए। इसलिए दवा उद्योग में उत्पादन भी बंद करवाया गया है। बता दें कि खांसी-जुखाम की दवा से जम्मू-कश्मीर राज्य में पिछले माह में बच्चों किडनी खराब होने की सूचना है। ऐसे में जम्मू-कश्मीर राज्य के स्टेट ड्रग कंट्रोलर ने हिमाचल प्रदेश राज्य ड्रग कंट्रोलर को पत्र लिखकर दवाई निर्माता उद्योग पर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद हिमाचल प्रदेश स्टेट कंट्रोल की टीम ने इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कालाअंब स्थित उद्योग में छापामारी की। कालाअंब के दवा उद्योग में सेंट्रल ड्रग कंट्रोलर की टीम के अलावा हिमाचल प्रदेश में राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने भी उद्योग में पहुंचकर उद्योग में बन रही दवाइयों की जांच की।