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हिमाचल: बिना लाइसेंस के काम कर रही ये कंपनी, सैनिटाइजर की आड़ में स्पिरिट किया सप्लाई
Last Updated on May 19, 2022 by Vishal Rana
रविंद्र चौधरी/फतेहपुर। हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में सैनिटाइजर (Sanitizer) की आड़ में स्पिरिट सप्लाई के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। दरअसल, आयुर्वेदिक कॉलेज पपरोला व सीएमओ दफ्तर धर्मशाला दोनों ही सरकारी संस्थानों ने ना तो इस कंपनी को कोई ऑर्डर दिया है ना ही यहां से कोई सप्लाई हुई है। फिर भी कंपनी मैसर्ज डच फार्मूलेशन फर्म बिना लाइसेंस के काम कर रही है।
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जानकारी के अनुसार, जिला सिरमौर के औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब के गांव जोहरों में प्लाट नंबर 32 के पते पर चल रही कंपनी मैसर्ज डच फार्मूलेशन का साल 2009 के बाद से ड्रग लाइसेंस सस्पेंड है। वहीं, इस साल 25 फरवरी को थाना सिरमौर में एक्साइज विभाग के सेंट्रल जोन के सिरमौर में तैनात अधिकारी द्वारा दर्ज करवाई एफआईआर में साफ लिखा गया है कि इस फर्म ने जीएसटी बिलों में करीब 8 करोड़ की सेल परचेज दिखाई, लेकिन फर्म की फैक्टरी में मौके पर
जाकर की गई जांच में कोई स्टॉक नहीं मिला। साथ ही साथ ऑनलाइन रिकॉर्ड जांचने पर भारी अनियमितताओं का खुलासा हुआ।
एक्साइज विभाग की जांच के अनुसार, इस फर्म के मालिक अनिकेत जैन की हरियाणा के अम्बाला के गांव धुरकड़ा में चल रही दूसरी फर्म दानिश लैब ने जीएसटी बिलों में हिमाचल के पपरोला में स्थित गवर्नमेंट आयुर्वेदिक कॉलेज व अस्पताल पपरोला को 3 खेपों व जिला कांगड़ा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय धर्मशाला को नवंबर व दिसंबर 2021 को 4 खेपों में सेनेटाइजर की सप्लाई दी थी। विभाग ने जांच करवाई तो सीएमओ कांगड़ा ने दानिश लैब अंबाला को सेनेटाइजर का कोई भी आर्डर देने व ना ही कोई सप्लाई प्राप्त होने की पुष्टि की। वहीं, पपरोला स्थित गवर्नमेंट आयुर्वेदिक कॉलेज व अस्पताल के डीन ने भी साफ किया कि उनके संस्थान ने उक्त फर्म से किसी भी समान की कोई भी सप्लाई नहीं ली है।
एक्साइज विभाग ने इन फर्जी बिलों द्वारा सैनिटाइजर सप्लाई के नाम पर काला अंब की फर्म डच फार्मूलेशन व अंबाला की फर्म दानिश लैब द्वारा कथित तौर पर जिला मंडी व राज्य की अन्य डिस्टलरीज को अवैध रूप से करीब 8 करोड़ की स्पिरिट सप्लाई करने की आशंका जताई। वहीं, इस मामले की गहन जांच की जरूरत बताई थी, लेकिन मामले की धीमी जांच कई सवाल खड़े कर रही है। इस मामले में आरोपी फर्म का मालिक अभी जमानत पर है।
इस मामले में उसके जांच को प्रभावित करने के आरोप भी लग रहे हैं। मंडी के जहरीली शराब कांड से जुड़ रहे तार खासतौर पर जब ये भी आशंका है कि स्पिरिट की अवैध सप्लाई के तार मंडी जिला के सुंदरनगर में 3 महीने पहले जहरीली शराब कांड से जुड़ रहे हैं, जिसमें 8 लोगों की जान चली गई व कई परिवार बर्बाद हो गए। सीएम जयराम इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कह रहे हैं।